छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के पांडुका वन परिक्षेत्र के ग्राम तौरेंगा वा मुरमुरा में बीती रात हाथियों के दल से बिछड़े एक दंतैल हाथी ने जमकर उत्पात मचाया है। दंतैल हाथी ने दो मकानों को तोड़ा साथ ही घर के अंदर रखे सामान को भी क्षतिग्रस्त कर दिया ।बीते कई दिनों से ये दंतैल पांडुका के जंगलों में मुरमुरा और सांकरा बीट में मौजूद था। इस दौरान उसने आसपास के 3 गांवों में 5 घरों में तोड़फोड़ की है ।
पांडुका वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक गांव तौरेंगा वा मुरमुरा में अपने दल से बिछड़े एक दंतैल हाथी ने गांव में जमकर उत्पात मचाया। उसने ग्रामीणों के मकानों को नुकसान पहुंचाया। घर में रखे चावल और बाड़ी में केला को खा लिया। हाथी ने जमकर उत्पात मचाया। लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। दो घर के दरवाजे और खिड़की को भी दंतैल ने तोड़ा। ग्रामीण दंतैल के आने से भारी दहशत में है। बीते 3 दिनों से ये दंतैल पांडुका के जंगलों में मुरमुरा और सांकरा बीट में मौजूद था। इस दौरान उनसे आसपास के 3 गांवों में 5 घरों में तोड़फोड़ की। दरवाजे तोड़े। दीवारें तोड़ी। घरों में रखे धान और चावल भी खा गया।
सूचना पर पांडुका से डिप्टी रेंजर समेत बीटगार्ड मौके पर पहुंचे। नुकसान का आंकलन कर पीड़ितों को उचित मुआवजा दिया जा रहा है । बताया जा रहा है कि यह हाथी 3 नर दंतैलों के चंदा दल का सदस्य है, जो पिछले कुछ समय से अकेला घूम रहा है। इसे खतरनाक माना जा रहा है। गरियाबंद, महासमुंद और धमतरी, इन तीनों के जिलों जंगलों में इसका लगातार आना-जाना रहता है।