पुराने लखनऊ को नए लखनऊ से कनेक्ट करने के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) द्वारा कराए जा रहे ग्रीन कॉरिडोर के काम की रफ्तार तेज हो गई है। पहले चरण के आइआइएम रोड से पक्का पुल तक काम होने के बाद अब पक्का पुल से हनुमान सेतु तक बनने वाले कॉरिडोर के काम ने रफ्तार पकड़ ली है। यहां संकल्प वाटिका के पास पिलर बनाने के लिए तेजी से काम कार्यदायी संस्था ने शुरू कर दिया है।
हनुमान सेतु पर गोल चक्कर चौराहा बनाया जाएगा। यह कॉरिडोर शहर की खूबसूरती में जहां चार चांद लगाएगा। वहीं आने वाले समय में ग्रीन कॉरिडोर को आउटर रिंग रोड से जोड़ दिया जाएगा। फिर शहर के किसी भी कोने में रहने वाले व्यक्ति आउटर रिंग रोड, आगरा एक्सप्रेस वे, लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे से भी कनेक्ट हो सकेगा, क्योंकि यह सब आपस में जुड़े हुए हैं। वहीं इन राष्ट्रीय राजमार्ग के जरिए सीधे लखनऊ में भी प्रवेश कर सकेंगे।
गोमती नदी पर बनेगा पुल
लखनऊ विकास प्राधिकरण ग्रीन कॉरिडोर पर 1.7 किमी. लंबा फ्लाईओवर, रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) और गोमती नदी पर पुल बनेगा। इससे वाहन सवार पक्का पुल से चढ़ेंगे और लखनऊ विश्वविद्यालय रोड पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर के सामने उतरकर हनुमान सेतु की ओर जा सकेंगे।
पक्का पुल से डालीगंज पुल तक फ्लाईओवर बनेगा। इसके सूरजकुंड पार्क के सामने तक आरओबी और फिर मनकामेश्वर मंदिर के सामने तक गोमती के ऊपर फ्लाईओवर का निर्माण प्रस्तावित है। इन कामों के होने के बाद एक बड़ी आबादी को राहत मिलेगी। वहीं पूरा ग्रीन कॉरिडोर बनने के बाद बीस लाख से अधिक आबादी लाभान्विंत होगी।
सुख सुविधा लेने वालों से ली जाएगी लागत
लखनऊ विकास प्राधिकरण ग्रीन कॉरिडोर की लागत की वसूली मानचित्र को स्वीकृत करने के दौरान सुख सुविधा शुल्क के रूप में लेगा। ग्रीन कॉरिडोर के दोनों तरफ एक-एक किमी. के दायरे में निवास करने वालों से लागत लेने की योजना है। यहां बिल्डिंग का नक्शा पास कराने पर यह शुल्क लिया जाएगा।
फोरलेन ब्रिज बनेगा
कुकरैल नदी पर फोरलेन ब्रिज भी बनाया जाएगा। हनुमान सेतु की 12 मी.सड़क मार्ग को गोमती नगर के समतामूलक चौराहे से जोड़ने के लिए फोरलेन बनना प्रस्तावित है। इसके बनने से हनुमान सेतु से आने वाले लोग सीधे गोमती नगर जा सकेंगे। इसी तरह निशातगंज की ओर जाने वाले बीरबल साहनी मार्ग के अंत में 210 मीटर लंबा फ्लाईओवर बनना प्रस्तावित है।