जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को डोडा जिले में सुरक्षाबलों पर हुए हमले में एक अधिकारी सहित चार जवानों के बलिदान पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि डोडा जिले में हमारे सेना के जवानों और जेकेपी कर्मियों पर कायरतापूर्ण हमले के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारे देश की रक्षा के लिए सर्वाेच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि। शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।
उपराज्यपाल ने लोगों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम अपने सैनिकों की मौत का बदला लेंगे और आतंकवादियों और उनके सहयोगियों के नापाक इरादों को नाकाम करेंगे। मैं लोगों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होने और हमें सटीक जानकारी देने का आह्वान करता हूं ताकि हम आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज कर सकें और आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को बेअसर कर सकें।
इसी बीच डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र के जिला डोडा के देसा इलाके में सशस्त्र मुठभेड़ की खबरों से मैं बहुत व्यथित हूं। हमारे वीर जवानों की शहादत पर शोक व्यक्त करने और निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द कम पड़ रहे हैं। आइए हम सब मिलकर दुश्मन के नापाक इरादों को परास्त करें और शांति और सद्भाव बनाए रखें, जिसके लिए डोडा हमेशा से जाना जाता रहा है।
गौरतलब है कि जम्मू संभाग के जिला डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार शाम को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ के दौरान सैन्य अधिकारी समेत पांच सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। घायलों की गंभीर हालत में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर इलाज के दौरान एक अधिकारी सहित चार जवान बलिदान हो गए।
सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर रखी है। घटना स्थल पर अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भेजा गया है। इलाके में तलाशी अभियान अभी जारी है।
आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहीदीन के मुखौटा गुट कश्मीर टाइगर्स ने डोडा हमले की जिम्मेदारी ली है। हालांकि अभी सेना और पुलिस की तरफ से इस पर कोई बयान सामने नहीं आया है।