झारखंड विधानसबा के विशेष सत्र में साेमवार काे पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड के बनने के बाद ऐसी-ऐसी राजनीतिक स्थिति उत्पन्न हुई कि राज्य एक राजनीतिक प्रयोगशाला बन कर रहा गया। इससे भी हमें आगे निकलना होगा। तभी इस राज्य की नयी दिशा और दशा बदलेगी।
उन्हाेंने कहा कि उझारखंड में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों सत्ता में रहे। लेकिन झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद हालात क्यों खराब रहे। 2019 में पूर्ण बहुमत के साथ हमने सरकार बनाया। मगर इस सरकार पर एक के बाद एक संकट आते रहे। कभी कोरोना तो कभी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की गयी।
उन्हाेंने कहा कि मैं भी पांच महीने के लिए मुख्यमंत्री बना। लोकसभा चुनाव के तीन महीने बीत गये हैं। चुनाव के बाद राजनीतिक स्थिति बदली। फिर हेमंत सोरेन आ रहे हैं। हम सब मिलकर फिर से काम करेंगे।