विश्व योग दिवस पर शुक्रवार को गंगा की अविरलता-निर्मलता और घाट किनारे स्वच्छता के संकल्प को साकार करने के लिए नमामि गंगे टीम ने दशाश्वमेध घाट के सामने जलयोग किया।
गंगा में जलयोग के दौरान पद्मासन, अनुलोम विलोम, सूर्य नमस्कार जैसे जल में किए जाने वाले तमाम योग क्रियाओं का प्रदर्शन कर कार्यकर्ताओं ने जल संरक्षण एवं विश्व कल्याण की कामना की। आम जनता से अपील की गई कि अब समय आ गया है कि हम लोग स्वच्छता को धर्म बनाएं। स्वच्छता को अपना संस्कार बनाएं और इन संस्कारों के जरिए हम स्वयं को पर्यावरण से जोड़ सकते हैं।
कार्यक्रम के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि जल के लिए जनाधार का उपयोग करके जलयोग करने की जरूरत है। जल योग सबसे बड़ा योग होने वाला है। यदि जल नहीं होगा तो न योग होगा, न ध्यान होगा और न ही कोई क्रिया होगी। इसलिए जल को सुरक्षित और संरक्षित रखना नितांत आवश्यक है। आने वाले समय में जो समस्याएं बढ़ती जा रही हैं, उसके लिए जल शक्ति को बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि योगमय जीवन पद्धति ने समूचे विश्व को एक परिवार की तरह जोड़ कर रखा है। जल योग में प्रमुख रूप से सारिका गुप्ता, पूजा मौर्या, आशीष गुप्ता, गुंजन गुप्ता, हंसल, देवेश, काशिका मिश्रा आदि ने भागीदारी की।
इसी क्रम में नमो घाट पर सपा के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजय मिश्रा, एनडीआरएफ के आईएनएसपी बृजेश कुमार तिवारी,चमन किशोर गुप्ता, विनोद यादव गप्पू, दिनेश यादव पप्पू ने दीप जला कर योग के कार्यक्रम की शुरुआत की। योगाचार्य अभय स्वाभिमानी, योगाचार्य रक्षा कौर के साथ लोगों ने योग किया।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 36वीं वाहिनी पीएसी के सेनानायक डॉ अनिल कुमार पाण्डेय (आईपीएस) के अगुवाई में वाहिनी परेड ग्राउंड में योग शिविर का आयोजन किया गया। योग गुरु जितेंद्र कुमार सिंह की देखरेख में जवानों और अफसरों ने सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, अर्धचक्रासन, ताड़ासन, भ्रामरी प्राणायम, भस्त्रिका प्राणायाम, तितली आसन, वज्रासन, सर्वांगासन, नौकासन, पवनमुक्त आसन, वृक्षासन, शवासन, हास्य योग एवं विभिन्न प्रकार के योगाभ्यास किए।
इस अवसर पर सेनानायक ने योग के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि हमारे शरीर के सारे रोग एवं विकार योग के द्वारा ठीक हो सकते हैं। इसके लिए हमें योग को नियमित दिनचर्या में शामिल करनी होगी। योग करने से शरीर के हर अंगों का एक्सरसाइज हो जाता है।