झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने उसके कई ठिकानों पर छापेमारी की।
पलामू जेल में बंद गैंगस्टर अमन साहू के बूढ़मू स्थित घर और रांची तथा हजारीबाग में बुधवार सुबह करीब पांच बजे एनआईए ने कार्रवाई की। जांच एजेंसी रांची स्थित बुढ़मू सहित दो ठिकानों के अलावा हजारीबाग के गिद्दी में भी रेड कर रही है। बुढ़मू थाना क्षेत्र के मतवे गांव में एनआईए की टीम ने उसके घर में कागजात खंगाले। जेल से गैंग को ऑपरेट करने वाले गैंगस्टर अमन साहू पर कई गंभीर आरोप हैं। रांची, रामगढ़, हजारीबाग में रंगदारी के पैसे से कई जगह जमीन खरीदी है। एनआईए सम्पत्ति की जानकारी लेगी और उसकी जब्ती के लिए आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी।
पलामू जेल में बंद है गैंगस्टर अमन साहू
मतवे आपराधिक गिरोह चलाने वाले अमन साहू का पैतृक गांव है। अमन साहू वर्तमान में पलामू जेल में बंद है। उस पर कई गंभीर आरोप हैं। आरोप है कि वह जेल से ही अपने गैंग को ऑपरेट करता है। साथ ही व्यापारियों को धमकी देता और दिलवाता है।
फरवरी में एनआईए ने भागलपुर, पूर्णिया व मधेपुरा के एक-एक ठिकानों पर छापेमारी में कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के गुर्गे शंकर यादव को भागलपुर से गिरफ्तार किया था। एनआईए ने छानबीन में पाया है कि भागलपुर का शंकर यादव अपराधी अमन साहू का खास गुर्गा है। वह अमन साहू के लेवी-रंगदारी के रुपयों को रियल इस्टेट के व्यवसाय में निवेश करता था। उसकी गिरफ्तारी के साथ-साथ उसके पास से 1.30 करोड़ रुपये भी बरामद किए गए थे।
इंटरनेशनल गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई से भी जुड़े हैं अमन साहू के तार
अमन साहू गिरोह के कनेक्शन गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई गिरोह से भी जुड़े हैं। अमन साहू के गुर्गे झारखंड के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में भी सक्रिय हैं। हाल ही में छत्तीसगढ़ और झारखंड की पुलिस ने मिलकर उसके गुर्गे को राजस्थान से गिरफ्तार किया था।