देश पर्सनल ला से नही बाबा साहब के संविधान से चलता है : सीएम योगी

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अवधनामा संवाददाता

सीएम योगी ने विपक्ष पर बोला हमला, कहा गठबंधन के लोग एक विशेष वर्ग को खुश करना चाह रहे

कुशीनगर (अवधनामा ब्यूरो)। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश पर्सनल ला से नहीं बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर के संविधान से चलता है। जबकि कांग्रेस व समाजवादी पार्टी वर्ग विशेष को खुश करने के लिए देश में पर्सनल ला लागू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि फिर एक बार मोदी सरकार, अबकी बार-400 पार का नारा सुन सपा को चक्कर आ रहा है, क्योंकि वह कभी 400 सीटों पर चुनाव लड़ ही नहीं सकती। सपा केवल 60 सीटों पर चुनाव लड़ रही। इसमें से पांच पर सैफई खानदान लड़ रहा है।

सीएम योगी बुधवार को कुशीनगर के हाटा में भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार दुबे के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। भीषण गर्मी में अपार जनसैलाब देख गदगद योगी ने मतदाताओं का आभार जताया। बोले कि कुशीनगर में अभी एक घंटा और रहने की इच्छा थी, लेकिन आज पांच कार्यक्रम करने हैं। इतनी भीषण गर्मी में आपका उत्साह हमें आनंदित करता है। उन्होंने कहा कि विक्षप के घोषणा पत्र में पर्सनल ला लागू करने का आश्वासन दिया गया है। इसका मतलब होगा तालिबानी शासन, इसके लागू होने से बेटियां स्कूल व महिलाएं बाजार नहीं जा सकेंगी। उन्हें बुर्का में घर के अंदर रहना पड़ेगा, भाजपा ऐसा हरगिज नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में देश के 12 से 14 राज्यों में जाने का मुझे अवसर मिला है। हर जगह भाजपा जीत रही है, हम चार सौ पार कह रहे हैं, सपा तो इतनी सीटों पर चुनाव ही नहीं लड़ रही। केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बन गया। देश की सीमाएं सुरक्षित हैं, आतंकवाद का खात्मा हुआ है। विकास के नए कीर्तिमान स्थापित हुए हैं। सरकार सबका साथ सबका विकास व सबका विश्वास के आधार पर कार्य कर रही हैं। जनसभा को प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, राज्य सभा सांसद आर पी एन सिंह, भाजपा प्रत्याशी विजय कुमार दुबे आदि ने संबोधित किया।

बेटी-व्यापारी की सुरक्षा की कीमत अब जेल नहीं, जहन्नुम है

सीएम योगी ने कहा कि एक तरफ मोदी जी ने कायाकल्प किया तो दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश में आपका आशीर्वाद प्राप्त हुआ। पडरौना में डोल मेला लगता था। जब भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आती थी तो सपा सरकार रोक लगा देती थी। यदि कार्यकर्ता डोल मेला निकालने का प्रयास करते थे तो पूरे पडरौना वालों को बंद कर देती थी। हम लोगों को लड़ाई लड़नी पड़ती थी। हाटा में हर बार दंगा होता था, लेकिन सात वर्ष में पूरे यूपी में कोई दंगा नहीं करता। आज कोई गोकशी, बेटी-व्यापारी की सुरक्षा में सेंध नहीं लगा पाएगा। ऐसा करने की सोचने वाला खामियाजा भी भुगतेगा। बेटी-व्यापारी की सुरक्षा की कीमत अब जेल नहीं, जहन्नुम है।

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