चूल्हे से निकली चिंगारी ने मचाई तबाही, 20 रिहायशी घर जल कर राख

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अवधनामा संवाददाता

कुशीनगर। जटहां बाजार थाना क्षेत्र के गांव माघी कोठिलवा के मुन्नी लाल टोला दलित बस्ती में सोमवार की रात साढ़े आठ बजे भोजन बनाते समय चूल्हे से निकली चिंगारी से आग लग गई। जिसमें 20 झोपड़ियां जलकर राख गई। घर में रखे अनाज, कपड़े, नकदी व गृहस्थी के सामान भी आग की भेंट चढ़ गए तथा आग के चपेट में आने से 16 बकरियों की मृत्यु हो गई।

ग्रामीणों ने बताया कि नकछेद प्रसाद के घर की महिलाएं रात में भोजन पक रही थीं। उसी दौरान चूल्हे से निकली चिंगारी से उनकी झोपड़ी में आग लग गई। तेज हवा के कारण बेकाबू हुई आग ने बिकराल रूप धारण कर लिया देखते-देखते ब्यास प्रसाद, रोहित हरी, रवींद्र प्रसाद लाल रतन यादव, जगत यादव, रामा यादव, जसवंत प्रसाद, राजू प्रसाद, रोहित, महंगू, गरजू, छिन्नू, राजेश, राजकुमार समेत 20 लोगों के घर जल गए तथा आग की लपटों से 15 बकरियों की झुलस कर मौत हो गई। ग्रामीणों के सहयोग से किसी तरह आग पर काबू पाया गया। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस थाना तथा फायर ब्रिगेड सर्विस को दिया जिसके कुछ समय उपरांत फायर ब्रिगेड सर्विस तथा स्थानीय थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आग को शांत कर दिया गया। ग्रामीणों के अनुसार कई लोगों के परिवारों में बेटियों की शादी भी तय हुई है उसके लिए लोग जरुरी सामान जुटा कर घर में रखे हुए थे। इस भीषण अग्निकांड में सभी के सामान जल गए हैं जिससे उनके सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है।

भूसा बनाने वाले मशीन से लग रही आग,रोक के बाद भी क्षेत्र मे धड़ल्ले चल रही भूषा मशीन

बोदरवार, कुशीनगर। वर्तमान समय में गेहूं की फसल कटाई चल रही है आगजनी की घटना को देखते हुए प्रशासन द्वारा 20 अप्रैल तक भूसा बनाने वाले ट्रैक्टर ट्राली पर रोक लगा दिया गया, लेकिन पुलिस के सह पर भूसा बनाने वाले जबरन मशीन से भूसा बना रहे हैं। जिसके कारण मंगलवार बोदरवार, बडहरा, साखोपार आदि गांवों मे आगजनी की घटना घटित हुआ जिसके कारण कई किसान बर्बाद हो गए।

बताते चले कि वर्तमान समय में प्रशासन ने आगजनी की घटना को लेकर बचाव की दृष्टि को देखते हुए 20 अप्रैल तक भूसा काटने पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन क्षेत्र के प्रत्येक गांवों मे भूसा काटने वाले ट्रैक्टर ट्राली मालिकों पर प्रशासन के आदेश का कोई असर नहीं पड रहा है। क्षेत्र में धडल्ले से भूसा कटाई का कार्य किया जा रहा है। कुछ ट्रैक्टर मालिकों का कहना है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन से वार्ता कर चोरी चोरी से भूसा काटा जा रहा है ताकि समय से पशुपालकों को भूसा की व्यवस्था मिल जाय। पशु पालकों व ट्रैक्टर चालको के लिए भूसा एक समस्या बनी हुई है, लेकिन क्षेत्र मे प्रशासन के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए भूसा मशीन का प्रयोग धडल्ले से किया जा रहा है।

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