अवधनामा संवाददाता
कसया तहसील क्षेत्र के बहोरापुर गांव का मामला
कुशीनगर। कसया तहसील क्षेत्र के बहोरापुर गांव में मंगलवार घर की लिपाई-पोताई के लिए मिट्टी निकालने गए एक वृद्ध महिला की अड़ार में दबकर मौत हो गई जबकि उनकी बहू, पौत्र एवं गांव की एक अन्य महिला सहित तीन अन्य लोग घायल हो गए। प्रशासन पीड़ित परिवार को फौरी तौर पर सहायता पहुंचाने में जुटा है। स्वजनों ने कोई कानूनी कार्रवाई किए जाने से इंकार करते हुए शव का दाह संस्कार कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार गांवों में रामनवमी की पूजा के लिए मिट्टी से चुल्हा बनाने एवं घर के लिपाई-पोताई की परंपरा है। गांव के छोटक राजभर की 65 वर्षीय पत्नी पानमती अपनी छोटी बहू 22 वर्षीय बबिता, 17 वर्षीय पौत्र सूरज एवं गांव के मदन की पत्नी 40 वर्षीय मानती देवी को साथ लेकर गांव से कुछ दूरी पर दिन के दो बजे सरेह में पीली मिट्टी की खोदाई कर रही थीं। इसी दौरान मिट्टी का एक अड़ार उनके ऊपर आ गिरा। सभी दब गए। घटना स्थल पर ही बकरी चरा रहे बच्चों ने घटना देखा। शोर मचाते हुए वह गांव में गए तो लोग कुदाल लेकर पहुंचे। आनन-फानन मिट्टी हटाकर सबको बाहर निकाला गया। पानमती के शरीर में कोई गतिविधि न होता देख स्वजन उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों को भी उपचार के बाद घर भेज दिए गए। दूसरी ओर जानकारी होते ही तहसील और पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा। तहसीलदार धर्मवीर सिंह ने स्वजनों से वार्ता कर अन्त्यपरीक्षण कराने को कहा तो वह नहीं तैयार हुए। उन्होंने कोटेदार सुरेंद्र जायसवाल को तत्काल पीड़ित परिवार में खाद्यान्न उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। नकद मदद भी की। तहसीलदार ने कहा कि स्वजन अन्त्यपरीक्षण के लिए तैयार नहीं हुए। बावजूद इसके प्रशासन की ओर से जो भी संभव था परिवार को तत्कालीक सहायता दी गई। आगे भी नियम कानून के तहत सहायता की जाएगी। इस दौरान नायब तहसीलदार शैलेश कुमार सिंह, राजस्व निरीक्षक ब्रजेश मणि त्रिपाठी, हल्का लेखपाल सुरेश प्रसाद गुप्ता, ग्राम प्रधान फुलबदन प्रसाद आदि उपस्थित रहे।