अवधनामा संवाददाता
सुल्तानपुर।अन्नदाताओं को अपने खेत की खतौनी लेना अब बहुत मुश्किल हो गया है।इसके पहले जो भी किसान थे उनकी खतौनी के चाहे जितने भी नंबर हो एक ही मिली में पूरी खतौनी उपलब्ध हो जाती थी।लेकिन अब किसानों के ऊपर खतौनी को लेकर बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।क्योंकि सरकार सारे खाते अलग कर रही है, यहां तक तो ठीक है,लेकिन उसके बावजूद अलग-अलग खातों के ₹30 की दर से सभी खतौनी का दाम किसानों को देना पड रहा है।जबकि इसके पहले ₹30 में संपूर्ण खेतों के नंबर की खतौनी मिल जाती थी।इस तरह से किसानों के ऊपर काफी आर्थिक दबाव पड़ रहा है।किसान काफी इससे परेशान है।किसानों का कहना है कि उन्हें पहले ₹30 में संपूर्ण खेती की खतौनी उपलब्ध हो जाती थी।लेकिन अब जब वे तहसील खतौनी निकलवाने जाते हैं तो हमारे 10 नंबर खेत के हैं तो उनको ₹300 देना पड़ रहा है। जो किसानों के लिए काफी परेशानी का सबब बन गया है।किसानों का कहना है कि इससे उनको कोई फायदा नहीं है। खतौनी उनकी वैसे ही रहे तब ही ठीक है। इन बातों को लेकर कई किसान अपना नाम न बताकर अपनी समस्या बताई।उन्होंने कहा कि मान लीजिए जिसके परिवार में कई खतौनी है,उसको तो लगभग नकल निकलवाने के लिए काफी मूल्य को देना पड़ेगा।किसानों का कहना है कि उनकी स्थित जैसे थी वैसी होनी चाहिए। सरकार अपना काम करे, उसमें उन्हे कोई दिक्कत नहीं है।लेकिन एक ही दाम में उनकी संपूर्ण खतौनी उपलब्ध होना चाहिए।