अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। अयोध्या में रामलला मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से बाराबंकी का आम जनमानस ऐसा जुड़ा कि दिन में ही दीपावली सा माहौल बन गया। घर घर मे विधि विधान से प्रभु राम के बालरूप की आराधना हुई, जगह जगह सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ के अलावा भंडारे का आयोजन हुआ, आतिशबाजी की गई और प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद ही अधिकांश घरों में अन्न ग्रहण किया गया। वातावरण राममय हो गया जैसे प्रभु ने साक्षात अवतार लिया हो।
एक दिन पहले ही पूजा स्थलों पर साफ-सफाई हो कर ली गई। लोगों ने घरों को झालर से सजाया। पूजा घरों व स्थलों पर रामदरबार सजाया गया। मोबाइल की रिंग व काॅलर टोन में भी रामभजन बजते रहे। बच्चों से लेकर युवा और महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक बस एक ही चर्चा करते रहे कि अयोध्या में प्रभुराम आ रहे हैं। बाराबंकी जिले में सोमवार को घर-घर उत्सव मनाया जा गया। सोमवार को दीपावली सा माहौल देखा गया। सोमवार काे प्रभुराम की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर भोग लगाया गया। अभयनगर स्थित कांशीराम कॉलोनी में रहने वाले 480 गरीब परिवारों की श्रद्धा देखते ही बनी। यहां के लोगों ने जीर्णशीर्ण पड़े मंदिर को गुब्बारों व झालरों से सजाया और आज पूजा पाठ की। एक दिन पहले अखंड रामायण का पाठ शुरू हुआ वही कलश यात्रा भी निकाली गई। श्रीराम कॉलोनी स्थित रामजानकी मंदिर में उत्सव मनाया गया। शिवालयों व देवी मंदिरों में राम की जयकार हुई। बीबीपुर में मां दुर्गा की शक्तिपीठ हो या फिर शहर के कैलाश आश्रम स्थित चंद्रेश्वर महादेव मंदिर। यहां रामभक्तों का जमावड़ा लग गया। कोई भी देवी मंदिर हो या शिवालय वहां राम के जयकारे लगते रहे। कोटवाधाम से लेकर महादेवा तक व भगौली तीर्थ से लेकर कुंतेश्वर महादेव मंदिर तक राम नाम की गूंज है। शहर ही नही ग्रामीण इलाकों में तमाम जगहों पर भंडारे का आयोजन हुआ वही प्राण प्रतिष्ठा के बाद घर घर आरती पूजन के बाद प्रसाद वितरण हुआ।01