इससे भारत के बढ़ते हेल्थकेयर सेक्टर में भाग लेने का अवसर मिलेगा
लखनऊ: DSP म्यूचुअल फ़ंड ने DSP निफ़्टी हेल्थकेयर ईटीएफ़ लॉन्च
करने की घोषणा की है, जो एक ओपन-एंडेड स्कीम है। यह निफ़्टी हेल्थकेयर इंडेक्स को
दोहराती है/ट्रैक करती है और इंवेस्टर्स को भारत के बढ़ते हेल्थकेयर सेक्टर में भाग लेने का
अवसर देती है। निफ़्टी हेल्थकेयर इंडेक्स में फ़ार्मास्यूटिकल्स, अस्पताल, पैथोलॉजी,
हेल्थकेयर रिसर्च ऐनालिटिक्स ऐंड टेक्नोलॉजी जैसी अलग-अलग थीम शामिल हैं। इसे निफ़्टी
500 यूनिवर्स से फ़्री फ़्लोट मार्केट कैप के आधार पर शीर्ष 20 स्टॉक्स (हेल्थकेयर सेक्टर की
कंपनियों) का प्रतिनिधित्व करने के लिए हर 6 महीने में ऐडजस्ट किया जाता है या दोबारा
संतुलित किया जाता है।
भारत का हेल्थकेयर मार्केट कैप पिछले 10 बरसों में तकरीबन 10% की उचित दर से बढ़ा
है। आज, भारत में कुल मार्केट कैपिटलाइज़ेशन में हेल्थकेयर सेक्टर का योगदान तकरीबन
5.8% है, जो इसके विकसित और उभरते बाज़ार के साथी देशों की तुलना में सबसे कम है।
समय के साथ हेल्थकेयर पर भारत का ध्यान अन्य बाज़ारों के मुकाबले इस अंतर को पाटने
में मदद कर सकता है। भारत सरकार से वित्तवर्ष 2025 तक हेल्थकेयर के लिए सकल घरेलू
उत्पाद (जीडीपी) का 2.5% निर्धारित करने की उम्मीद है। धन अधिक होने का मतलब एक
सेहतमंद राष्ट्र है, जो इस सेक्टर के बिज़नेस को भी लाभ पहुँचा सकता है।
हेल्थकेयर में डायरेक्ट फ़ॉरेन इंवेस्टमेंट में वित्तवर्ष 2013 से वित्तवर्ष 2023 तक 8%
CAGR की वृद्धि देखी गई है। व्यापक स्तर पर हेल्थकेयर सेक्टर के अंदर, दवाओं और
फ़ार्मास्यूटिकल्स, अस्पतालों और डायग्नॉस्टिक सेंटर और भारत में मेडिकल और सर्जिकल
उपकरणों में FDI फ़्लो में वृद्धि हुई है।
DSP निफ़्टी हेल्थकेयर ईटीएफ़ के लिए नया फ़ंड ऑफ़र 11 जनवरी, 2024 को
सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 25 जनवरी, 2024 को बंद होगा।
DSP म्यूचुअल फ़ंड के पैसिव इंवेस्टमेंट और प्रोडक्ट्स के सीएफ़ए, प्रमुख, अनिल घेलानी
कहते हैं, “हेल्थकेयर एक संरचनात्मक विकास की कहानी है, दोनों सेक्टर में कंपनियों के
फ़ाइनैंशियल विकास के साथ ही साथ मेडिकल सेक्टर में प्रगति के कारण निजी तौर पर
हमारे कल्याण की दिशा में भी काम आगे बढ़ रहा है। कई भारतीय हेल्थकेयर कंपनियों में
समय के साथ फ़ायदेमंद तरीके से बढ़ने की अच्छी और दीर्घकालिक क्षमता है और एक
अनुकूल नीति के हिस्से के रूप में ‘आयुष्मान भारत’ जैसे महत्वाकांक्षी सरकारी उपायों से
इस क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। आप कम लागत वाले, निष्क्रिय रूप से
प्रबंधित इंडेक्स फ़ंड में इंवेस्ट करके इस सेक्टर की संभावित वृद्धि का लाभ उठाने पर विचार
कर सकते हैं। हालाँकि निफ़्टी हेल्थकेयर इंडेक्स फ़ार्मास्यूटिकल्स, अस्पतालों, पैथोलॉजी और
हेल्थकेयर रीसर्च और टेक्नॉलॉजी में विविधता लिए हुए होता है, लेकिन एक सेक्टर फ़ंड होने
के नाते, यह रिटर्न क्षमता के अनुरूप अपेक्षाकृत अधिक जोखिम लिए हो सकता है।”