गुरुग्राम: निसान मोटर इंडिया (एनएमआईपीएल) ने आज सौरभ वत्स को कंपनी के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर नियुक्त करने की घोषणा की है। उनकी नियुक्ति 15 जनवरी से प्रभावी हो गई है। सौरभ अपनी नई भूमिका में, कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर राकेश श्रीवास्तवको रिपोर्ट करेंगे और कंपनी को भारत में अपनी भविष्य की योजनाओं के मद्देनज़र मौजूदा ट्रांसफार्मेशन प्लान को लागू करने में सपोर्ट करेंगे। इस दौरान, वह कंपनी की मध्यावधि योजनाओं (मिड टर्म प्लान/एमटीपी) को साकार करने में मदद देने के अलावा हमारे एंबीशन (महत्वाकांक्षा) 2030 लक्ष्यों को साकार करने में भी सहयोग करेंगे। उनकी नियुक्ति भारत में ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के समक्ष उपलब्ध अवसरों और उसकी राह में पेश आने वाली चुनौतियों के मद्देनज़र कंपनी के ट्रांसफार्मेशन प्लान को रेखांकित करती है।
इस नियुक्ति के बारे में, फ्रैंक टॉरेस, प्रेसीडेंट, निसान इंडिया ऑपरेशंस ने कहा, “हम 2024 में, जबकि निसान मोटर इंडिया एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है, कंपनी के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर सौरभ की नियुक्ति को लेकर बेहद उत्साहित हैं। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जबकि हम भारत में, अपने ट्रांसफॉर्मेशन प्लान के चलते, अपने एलायंस के तहत् 600मिलियन डॉलर (5300 करोड़ रु)का निवेश करने की प्रतिबद्धता जाहिर कर चुके हैं। हमें यकीन है किनिसान के लिए ग्रोथ का यह अगला दौर सभी के लिए काफी उत्साहजनक साबित होगा और हम निसान मैगनाइट की कामयाबी के आधार पर आगे की राह बनाएंगे।”
सौरभ इससे पहले स्टेलेंटिस से जुड़े थे जहां वह स्टेलेंटिस की लीडरशिप टीम के सदस्य थे और भारत में सिट्रॉएन ब्रैंड की स्थापना के समय से ही इसका नेतृत्व कर रहे थे तथा ब्रैंड प्रमुख के तौर पर बिजनेस के सभी पहलुओं के लिए जिम्मेदार थे। सौरभ करीब दो दशकों तक जनरल मोटर्स (जीएम) से भी जुड़े रहे हैं और कंपनी में ही कई प्रमुख नेतृत्वशाली भूमिकाओं को निभाने के साथ-साथ दक्षिण कोरिया में काफी लंबे समय तक कार्यरत रह चुके थे।
सौरभ के पास एशियन मार्केट में काम करने का व्यापक अनुभव है और साथ ही, ऑटोमोटिव इंडस्ट्री की भी गहरी जानकारी है। वह प्रोडक्ट प्लानिंग, प्रोग्राम मैनेजमेंट, सेल्स प्लानिंग, मार्केटिंग, कम्युनिकेशंस और रिटेल /कमर्शियल सेल्स जैसे महत्वपूर्ण पक्षों से जुड़े रहे हैं। सौरभ ने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन के बाद इंटरनेशल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट से एमबीए किया और लंदन बिजनेस स्कूल से एग्जीक्युटिव मैनेजमेंट प्रोग्राम की पढ़ाई भी कर चुके हैं।
अपनी इस नई भूमिका में, सौरभ ऐसे समय मेंनिसान के ट्रांसफॉर्मेशन प्लान के मामले में नेतृत्व से जुड़ रहे हैं जबकि कंपनी ने विकास के अगले दौर की तैयारी शुरू कर दी है।