वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने संकल्प लिया है कि उनका प्रशासन 100 दिन पहले हमास के चंगुल में फंस बंधकों को मुक्त कराने के अपने प्रयासों को जारी रखेगा। उन्होंने पीड़ित परिवारों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही वे अपनों से मिल पाएंगे।
रविवार को एक बयान में बाइडन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों ने अभी भी हार नहीं मानी है। बाइडन ने कहा, “नवंबर में, कतर, मिस्र और इजरायल के साथ घनिष्ठ समन्वय में काम करते हुए, हमने लड़ाई में सात दिन का विराम लगाया, जिसके परिणामस्वरूप 105 बंधकों को रिहा कर दिया गया। उनमें एक चार साल का बच्चा भी शामिल था। हमें अनुमति दी गई गाजा में अतिरिक्त महत्वपूर्ण मानवीय सहायता बढ़ाएं। मैं उस समझौते को सुरक्षित करने, बनाए रखने और विस्तारित करने के लिए लगातार काम कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका और हमारे सहयोगियों ने हार नहीं मानी है। सचिव ब्लिंकन पिछले सप्ताह उस क्षेत्र में वापस गए थे और उन सभी बंदी लोगों को मुक्त करने के लिए एक समझौते के लिए आगे बढ़ने का रास्ता तलाश रहे थे। मैं कतर, मिस्र और इजरायल के अपने समकक्षों के साथ लगातार संपर्क में हूं और पूरी कोशिश करूंगा कि सभी बंधकों को घर और उनके परिवारों से वापस मिलवा सकें।”
अपने बयान में बाइडन ने कहा, “आज हम एक विनाशकारी और दुखद मील का पत्थर चिह्नित कर रहे हैं।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमास ने जिन 100 बंधकों को अभी भी बंधक बनाकर रखा है, उनमें छह अमेरिकी भी शामिल हैं।
व्हाइट हाउस की एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, बाइडन ने कहा, “100 दिनों से वह लोग डर के साये में जी रहे हैं कि जाने कल क्या होगा। 100 दिनों से, उनके परिवार पीड़ा में जी रहे हैं, उनकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।” बाइडन ने अपनी संकल्प की पुष्टि करते बंधकों और उनके परिवारों को आश्वासन दिया कि अमेरिका इसके लिए काम करना जारी रखेगा।
उन्होंने कहा, “मैंने अमेरिकी बंधकों के परिवारों के साथ अपनी बैठकों में जो दुख और पीड़ा सुनी है, उसे मैं कभी नहीं भूलूंगा।” व्हाइट हाउस ने बिडेन के हवाले से कहा, “किसी को भी ऐसा दिन नहीं देखना चाहिए, जैसा वो लोग पिछले 100 दिनों से देख रहे हैं।”
इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिकी अधिकारी हर बंधक की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
“हममें से कोई भी इस बात नहीं समझ सकता है कि वो लोग पिछले 100 दिनों में क्या-क्या सह रहे हैं। मैंने उनके कई परिवारों से मुलाकात की है और एक स्पष्ट संदेश दिया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका आपके साथ है और जब तक आप फिर से एकजुट नहीं हो जाते, हम आराम से नहीं बैठेंगे। हम हर बंधक की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।”
7 अक्टूबर से शुरू हुए इस युद्ध में अब तक हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और गाजा पूरा मलबे में तब्दील हो चुका है। हमले शुरू करने के बाद से अब तक 20,000 से अधिक लोगों की जान चली गई है। इजरायल और हमास के आतंकियों के बीच की जंग अब भी जारी है और लगातार इजरायली सेना हवाई और जमीनी कार्रवाई कर रहा है।