लखनऊ। कैंट के सुहानी खेड़ा में शनिवार रात हुए सड़क हादसे में घायल हुए 34 वर्षीय डॉ. अजय कुमार और 27 वर्षीय विकास कुमार मौर्या ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं घायल सौरभ गुप्ता, अमित मौर्या और अमित गुप्ता का इलाज केजीएमयू ट्रामा सेंटर चल रहा है। घायल सौरभ ने बताया कि चाय पीने के लिए चारबाग जा रहे थे।
कैंट इंस्पेक्टर गुरप्रीत कौर ने बताया कि डॉ. अजय कुमार मूल रूप से आजमगढ़ के शिवरामपुर गोदना और विकास जौनपुर के जलालपुर बागराबाग के रहने वाले थे। घायल सौरभ ने बताया कि रायबरेली रोड, एल्डिको कालोनी में सभी लोग रहते हैं।
काफी समय से पांचों में अच्छी दोस्ती थी। शनिवार रात 11 बजे अमित गुप्ता की कार से घूमने के लिए निकले थे। एक बजे के करीब सभी ने चाय पीने के लिए कहा, तो अमित ने गाड़ी चारबाग की तरफ मोड़ दी। तेलीबाग से जैसे ही कार लेकर आगे बढ़े तो सुहानी खेड़ा में गन्ना संस्थान के सामने ट्रक ने टक्कर मार दी।
सर्विस लेन और सड़क में ऊंचाई होने के कारण कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई और पांचों उसी में फंस गए। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। दमकल टीम ने कटर से काटकर पांचों को बाहर निकाला। केजीएमयू ट्रामा सेंटर भेजा।
इंस्पेक्टर ने बताया कि ट्रक का पता लगाया जा रहा है। निगोहां में चलाते थे दांत का क्लीनिक डॉ. अजय कुमार के परिवारजन ने बताया कि यहां किराये का कमरा लेकर रह रहे थे। इसके साथ ही निगोहां में तेजस क्लीनिक चलाते थे। परिवार में एक बेटा तेजस्वी है। पत्नी सविता गर्भवती है। वहीं पिता नंदलाल भी डाक्टर हैं। तीन भाई पवन भारती, संदीप और राहुल है।
विकास कुमार मौर्या के परिवारजन ने बताया कि यहां किराये पर कमरा लेकर रहता था। मेट्रो में इंजीनियर की नौकरी करता था। अजय कुमार मौर्या भी नौकरी करता था। दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे। विकास के परिवार में मां हीरावती, बहन बबिता और भाई आकाश है।
सौरभ गुप्ता ने बताया कि एल्डिको में उनका खुद का मकान है। उसी के नीचे चचेरे भाई अमित गुप्ता के साथ क्राकरी की दुकान चलाते हैं। घर के सामने ही अन्य तीनों लोगों ने कमरा ले रखा है। रोजाना रात को मिलते थे। अक्सर साथ में घूमने के लिए निकलते थे।
कैंट में सुहानी खेड़ा की तरफ से कार आ रही थी। तभी सामने से ट्रक ने टक्कर मार दी और कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराकर चकनाचूर हो गई थी। गाड़ी में पांच लोग सवार थे, सभी उसमें फंस गए थे। दमकल ने कार को कटर से काटकर सभी को बाहर निकाला। उनमें से दो की मौत हो गई। अन्य का इलाज चल रहा है।