लखनऊ। लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार गन्ना किसानों को खुशखबरी देने वाली है। सरकार जल्द ही 15 से 25 रुपये प्रति कुंतल मूल्य बढ़ाने का निर्णय कर सकती है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में शुक्रवार को राज्य परामर्शित गन्ना मूल्य निर्धारण संस्तुति समिति की बैठक में जहां गन्ना किसानों ने पैदावार लागत बढ़ने के चलते मूल्य बढ़ाने की वहीं चीनी मिल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने तमाम दिक्कतें बताते हुए दाम को यथावत रखने की बात कही।
मुख्य सचिव ने सभी की बातों को सुनने के बाद कहा कि यथाशीघ्र गन्ना मूल्य घोषित कर दिया जाएगा। संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी के लिए जल्द ही कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाकर 340 और 350 रुपये प्रति कुंतल घोषित किया था। रालोद व सपा सरकार से गन्ना मूल्य बढ़ाने की लगातार मांग कर रही हैं।
मुख्य सचिव की बैठक में प्रमुख गन्ना किसान, चीनी मिल एसोसिएशन और कुछ चीनी मिलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। किसानों ने गन्ने की पैदावार लागत बढ़ने का जिक्र करते हुए कहा कि गन्ने का मूल्य बढ़ाया जाए। चीनी मिलों के प्रतिनिधियों ने कहा कि ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ने के साथ ही गन्ने की कुछ प्रजातियों से रिकवरी भी कम हो रही है। केंद्र सरकार के प्रतिबंध का असर भी उन पर पड़ रहा है। ऐसे में मौजूदा मूल्य को ही यथावत रखा जाए। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि गन्ना मूल्य पर सरकार यथाशीघ्र निर्णय करेगी।
चूंकि कुछ ही महीनों में लोकसभा चुनाव है इसलिए माना जा रहा है कि गन्ना किसानों को खुश करने के लिए सरकार अबकी गन्ने का मूल्य जरूर बढ़ाएगी। दूसरे राज्य में 400 रुपये कुंतल तक गन्ना मूल्य किए जाने से जानकारों का कहना है कि प्रदेश में भी 25 रुपये प्रति कुंतल मूल्य बढ़ाया जा सकता है।