अवधनामा संवाददाता
इटावा। रसूल अल्लाह की बेटी शहज़ादी फ़ातिमा ज़हरा की शहादत पर शरीफ मन्ज़िल सैदबाड़ा में राहत अक़ील की ओर से चौथी मजलिस का आयोजन किया गया।जिसका आगाज़ सलीम रज़ा व तसलीम रज़ा ने सोजख्वानी से किया।मजलिस में तकरीर करते हुए लखनऊ से आये मौलाना फ़ज़ले अब्बास ने कहा आले मोहम्मद का दामन थामने से आले मोहम्मद का कोई फायदा नही फायदा दामन थामने वालों का है इसी तरह आले मोहम्मद का दामन छोड़ने से आले मोहम्मद का कोई नुकसान नहीं नुकसान सिर्फ दामन छोड़ने वालों का है।आले मोहम्मद दीन के मोहताज नहीं बल्कि दीन आले मोहम्मद का मोहताज है। मौलाना फ़ज़ले अब्बास ने कहा कि कायनात में दो शहजादी है शहजादी ज़ैनब जब बोलती थीं तो ऐसा लगता था जैसे अली बोल रहे हैं और शहजादी फ़ातिमा जहरा जब चलती थीं तो ऐसा लगता था जैसे रसूल चल रहे हैं।रसूल अल्लाह की बेटी शहजादी फ़ातिमा जहरा के घर जालिमों ने आग लगा दी जिससे वह जख्मी हो गईं। तब शहजादी फ़ातिमा जहरा ने कब्रे रसूल पर जाकर अपनी मुसीबतें बयान करते हुए कहा बाबा आपके बाद मेरे ऊपर इतनी मुसीबतें पड़ीं कि अगर पहाड़ पर पड़तीं तो पहाड़ जर्रा जर्रा हो जाता।मजलिस में सलमान रिज़वी,आबिद रज़ा,अशहर कादरी,तालिब रिज़वी आदि ने कलाम पेश किए और अयाज हुसैन बबलू ने नोहा ख्वानी की।मजलिस में हाजी कमर अब्बास नक़वी,शावेज़ नक़वी,मो.मियां, मो.अब्बास,हसन अब्बास,राहत हुसैन रिज़वी, तनवीर हसन,मो.जुनैद,सुहेल अली, नजमुल हसन,अली साबिर, दबीरुल हसन,अख्तर अब्बास,जहीर अब्बास सहित बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।