बचा ली कई लोगों की जिंदगी
जब दुनिया कि टेक्नोलॉजी फेल होने लगी तो मदरसे मे पढ़े तथाकथित 2 पंचर पुत्रों ने 41 लोगों के लिए फ़रिश्ता बन कर आए।
वकील खान एवं मुन्ना कुरैशी, नासिर, फिरोज कुरैशी को इतिहास के पन्नों में जगह जरूर मिलेगी।
सिलक्यारा टनल में जब अमेरिकी आॉगर मशीन सरियों के जाल में फंसकर टूट गई ओर देशी विदेशी विशेषज्ञ भी 15 दिन तक फंसे मजदूरों को बाहर निकालने में सफल नहीं हो सके।
तब ये “रेट होल माइनिंग” के एक्सपर्ट साधारण मजदूर दिल्ली झांसी व अन्य जगहों से बुलाए गये।
ये अपने साधारण उपरणो से चूहो की तरह बिल खोदने में एक्सपर्ट थे। अमूमन कोयला ढूंढने ओर निकालने में ये तकनीक लगाई लगाई जाती है।
इन्होंने होरिजेंटल वे में छोटे छोटे बिल खोदकर हाथों से मिट्टी साफ करके एक दिन में 10 , 12 मीटर खोद डाला
जब मजदूर दिखने लगे तब पाइप डाले गये । ये उन रेट होल माइनिंग के साधारण मजदूरों की पिक है जिन्होंने विषम परिस्थितियों असाधारण काम को साधारण बना दिया ऐसे लोगों को धनराशि के साथ पुरस्कृत किया जाना चाहिए।