इंफाल। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि कुछ ‘ताकतें’ मणिपुर को तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। राज्य की मौजूदा स्थिति का समाधान खोजने के लिए समाज के सभी वर्गों को एकजुट रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा कि राजनीतिक मतभेदों को राजनीतिक ही रहने दें, जब मुद्दा राष्ट्रीय या राज्य की एकता का हो तो सभी मतभेदों को खारिज कर दिया जाना चाहिए। यह आपस में झगड़ने का समय नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सभी रचनात्मक आलोचनाओं, सलाहों और सुझावों का स्वागत करती है। गौरतलब है कि राज्य सरकार और केंद्र पर जातीय हिंसा से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए मणिपुर के कुकी-जो समूह आदिवासी क्षेत्रों के लिए अलग प्रशासन की मांग कर रहे हैं।
मणिपुर के सबसे बड़े नगा समुदाय ‘तांगखुल नगा’ के कई प्रमुख संगठनों ने सोमवार को कहा कि वे मौजूदा संघर्षों को लेकर अपने क्षेत्रों में किसी भी रैली या आंदोलन की अनुमति नहीं देंगे। यह कदम मणिपुर में अलग प्रशासन की मांग को लेकर कुकी संगठनों के 29 नवंबर को रैलियों के आह्वान के मद्देनजर उठाया गया है। इनमें उखरूल की रैली भी शामिल है। तांगखुल नगा दो उखरुल और कामजोंग में रहते हैं।
मणिपुर के उग्रवादी संगठन यूनाइटेड ट्राइबल लिबरेशन आर्मी (यूटीएलए) के कैडर को असम के कछार जिले में गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि रविवार शाम असम राइफल्स और असम पुलिस द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियान में उग्रवादी को गिरफ्तार किया गया। उसकी पहचान हेनलेनमांग ल्हौवम (26) के रूप में हुई है। वह मणिपुर के सेनापति जिले का निवासी है। पुलिस ने उसके पास से पिस्तौल और गोला बारूद से भरी मैगजीन जब्त की है।