अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। विश्व धरोहर सप्ताह पर क्षेत्रीय पुरातत्व इकाई झांसी, इन्टैक ललितपुर चैप्टर एवं बुन्देलखण्ड इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृति शोध समिति के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे विरासत सप्ताह का समापन किया गया। समापना अवसर पर अतिथि के रूप में डीएम अक्षय त्रिपाठी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि हमारा देश का गौरवशाली इतिहास एवं प्राचीन संस्कृति पूरे विश्व की मार्गदर्शक रही है, हमारी धरोहरें एवं पर्यटन केन्द्रों की बदौलत भारत को सोने की चिडिय़ा कहा जाता था। वीरभूमि बुन्देलखण्ड की संस्कृति सबसे प्राचीन संस्कृति है जहां पर रामायण, पुराणों, महाभारत जैसे ग्रंथों की रचना हुयी, यहां की सभ्यता सबसे प्राचीन सभ्यता है जिसने पूरे देश का मार्ग आदिकाल से प्रशस्त किया है। भगवान राम ने वनवास के 12 वर्ष चित्रकूट में व्यतीत किये एवं अजेय कालिंजर दुर्ग में भगवान शिव ने विष का समन किया, यहां हरदौल को आज भी पूजा जाता है। आल्हा-ऊदल, महारानी लक्ष्मीबाई एवं महाराज छत्रसाल एवं महाराजा मर्दन सिंह के पराक्रम ने इतिहास रचा है। उन्होंने कहा गोस्वामी तुलसीदास, हॉकी जादूगर मेजर ध्यानचंद, राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त, इतिहासकार वृन्द्रावन लाल वर्मा ने इस क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। आज भी झांसी, खजुराहो, चित्रकूट, देवगढ़, ओरछा, कालपी, दतिया के दर्शनीय स्थलों को देखने विश्व के सैलानी आते हैं। यहां का प्राकृतिक सौन्दर्य, लोक संस्कृति, झीलें और कला आज भी लुभाने वाली हैं। आवश्यकता हमें अपनी विरासत व पर्यटन स्थलों को विकसित करने की है। हमारा प्रयास रहेगा कि ललितपुर पर्यटन का हब बने ताकि यहां विश्व के सैलानी आयें और यहां के युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिये हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। सरकार से अनेक पर्यटन केन्द्रों के विकास के लिये करोंड़ों रूपये आवंटित किये गये हैं इन पर कार्य होने से ललितपुर के पर्यटन स्थलों का चौमुखी विकास होगा। उन्होंने विरासतों के संरक्षण के लिये इन्टैक के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि इन्टैक से समन्वय कर पर्यटन विकास के लिये कारगर नीति बनायी जायेगी। इस दौरान इन्टैक संयोजक सन्तोष कुमार शर्मा ने कहा कि इन्टैक अपनी धरोहरों एवं पर्यटन विकास के लिये हर संभव प्रयास कर रहा है। हमें अपनी समृद्ध विरासत को बचाने के लिये मिल जुल कर प्रयास करना होंगे। इस दौरान स्थानीय महाविद्यालय में एनसीसी की छात्राओं को रैंक सेरेमनी पर जिलाधिकारी द्वारा निकिता वर्मा, नीलम, शिविका, ऊषा देवी, चांदनी बानो, शैली बाजपेयी, मुस्कान खॉन आदि छात्राओं को रैंक प्रदान की गयी। शिवानी शर्मा ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इस दौरान वासुदेव सिंह, पवन संज्ञा, प्रसन्न विश्वकर्मा, गंगाराम विश्वकर्मा, सतीश सोनगिरकर, विनोद यादव, हरिओम शरण सेन, प्रकाश विश्वकर्मा, रमाकान्त सिंह, सरिता श्रीवास्तव, नसीम खॉन, राहुल विश्वकर्मा, देवराज सिंह मौजूद रहे।