अवधनामा जिला संवाददाता हिफजुर्रहमान
मौदहा हमीरपुर। बुण्देलखण्ड की युद्ध कौशल कला दिवारी नृत्य प्रतियोगिता में महोबा ने बांदा की अपेक्षा अधिक आकर्षित किया जिसके चलते महोबा टीम को प्रथम पुरस्कार दिया गया और बांदा दूसरे तथा हमीरपुर तीसरे स्थान पर रहे।
हर साल की तरह इस साल भी कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मंकरांव में बुण्देलखण्ड स्तरीय दिवारी नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन समाज सेवी अंकित यादव और उनके सहयोगियों द्वारा किया गया जिसके मुख्य अतिथि राठ के भूपेंद्र यादव और विशिष्ट अतिथि चेयरमैन कालपी अरविंद यादव रहे।
दिवारी नृत्य प्रतियोगिता बुण्देलखण्ड की संस्कृति की पहचान है जिसमें एक विशेष तरह की पोशाक पहनकर युवाओं द्वारा लाठी से युद्ध कौशल दिखाया जाता है।जिसमें मौदहा टीम के किशोरों की नृत्य कला देख सभी आकर्षित हुए और उन्हें पुरस्कार के साथ ही आशीर्वाद देकर उनका उत्साह बढ़ाया।दिवारी नृत्य प्रतियोगिता में महोबा की टीम पहले स्थान पर रही जबकि बांदा को दूसरे स्थान से संतोष करना पड़ा और हमीरपुर की दिवारी टीम तीसरे नंबर पर रही।बताते चलें कि बेतहाशा बढ़ रही मंहगाई की मार के चलते दिवारी नृत्य भी फीका पड़ता जा रहा है क्योंकि इसकी तैयारियों और वस्त्रों के साथ ही ट्रेनिंग और लाठियों पर भी मंहगाई की मार पड़ रही है और धीरे धीरे बुण्देलखण्ड का सांस्कृतिक दिवारी नृत्य कला भी विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गया है।