अवधनामा संवाददाता
बीईओ के जांच में हुआ खुलासा, बच्चों की कम एल उपस्थिति दिखे नाराज
शिक्षकों की लापरवाही से सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या नारद
कुशीनगर। कुशीनगर जिले में एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है जहां अध्यापक भी दो है, और छात्र भी दो है। यह खुलासा तब हुआ जब खंड शिक्षाधिकारी फाजिलनगर देवमुनि वर्मा ने गुरुवार को क्षेत्र के विभिन्न सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण किया तो यह खुलासा हुआ।
फाजिलनगर ब्लाक के बीईओ देवमुनि वर्मा ने गुरुवार को महुअवां न्याय पंचायत के विभिन्न विद्यालयों निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकतर विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बेहद कम रही। वहीं प्राथमिक विद्यालय फुरसतपुर में दो अध्यापक एक-एक बच्चे को पढ़ाते मिले। नाराज बीईओ ने कड़ी कार्यवाई करने की बात कही।बीईओ सुबह 9:40 बजे प्राथमिक विद्यालय पहुंचे जहां 51 बच्चों के सापेक्ष 32 बच्चे उपस्थित रहे। यहां पता चला कि प्रभारी प्रधानाध्यापक मनीष यादव अकसर विद्यालय नहीं आते है। विद्यालय का अभिलेख में कमियां, दीवारों पर अधिकारियों का नाम नहीं होने तथा डीबीटी कार्य अधूरा पाया। 10:10 मिनट पर प्राथमिक विद्यालय पुरन्दरपुर में शिक्षक-शिक्षामित्र उपस्थित मिले लेकिन 59 बच्चों के सापेक्ष केवल 23 बच्चे ही उपस्थित मिले। प्राथमिक विद्यालय फुरसतपुर में 33 बच्चों के सापेक्ष केवल दो विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। यहां नाराज बीईओ कड़ी कार्यवाही की बात कही। इसी प्रकार प्राथमिक विद्यालय महुआरी में 63 बच्चों के सापेक्ष 34, प्राथमिक विद्यालय दिघवापट्टी में 59 बच्चों के सापेक्ष केवल 15 विद्यार्थी ही उपस्थित मिले। दो शिक्षामित्रों के भरोसे संचालित विद्यालय में छात्र उपस्थिति ही नहीं था। वही बगल के विद्यालय शेखवा टोला पहुंचें बीईओ को विद्यार्थियों की संख्या बेहद कम मिली। यहां बच्चों का निपुण आकलन कर अध्यापकों को और बेहतर करने का सुझाव दिया। 11: 20 बजे कम्पोजिट विद्यालय गुरवालिया पहुंचे बीईओ को वहां भी 114 विद्यार्थियों के सापेक्ष 64 उपस्थित थे। शौचालय, हेंडवाशिंग, टॉयलिकरण की जानकारी हासिल करने के साथ प्रवेश पंजिका का सघन निरीक्षण किया। इस सम्बंध में बीईओ ने बताया कि कायाकल्प, शत प्रतिशत उपस्थिति, निपुण लक्ष्य तथा डीबीटी कार्य बेहद आवश्यक है। कम उपस्थिति मिलने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।