अवधनामा संवाददाता
‘जय जवान जय किसान’ का नारा आज भी हर भारतीय की जुबान पर:रमा शंकर शुक्ल
अयोध्या । गायत्री पब्लिक स्कूल रेवतीगंज में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती धूम धाम से मनाई गई। प्रबंधक उमा शंकर शुक्ल के साथ विद्यालय परिवार ने मां सरस्वती के साथ दोनों महापुरुषों की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित और दीप प्रज्वलित किया। तत्पश्चात एक गोष्ठी का आयोजन कर इनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। प्रबंधक ने कहा कि 1944 में सिंगापुर रेडियो से एक संदेश प्रसारित करते हुए सुभाष चन्द्र बोस ने गांधी जी को राष्ट्रपिता तो नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्र नाथ टैगोर ने गांधी जी को महात्मा की उपाधि दी। 15 अगस्त 1947 को बंगाल नोआखली में मुल्क में सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ २४ घंटे का उपवास रखा। इनकी शख्सियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विदेशों में भी गांधीजी के नाम पर ४८ सड़कों का नामकरण हुआ है। 1930 में अमेरिका की टाइम मैगजीन द्वारा ‘मैन ऑफ द ईयर’ से सम्मानित गांधी जी का जब घर में किसी से अनबन होता था तो उपवास करने लगते थे।
उप प्रबंधक रमा शंकर शुक्ल ने कहा कि छोटे कद वाले विराट हृदय, निष्ठा, देश भक्ति और शानदार व्यक्तित्व के धनी लगभग 18 महीने देश के प्रधानमंत्री रहे भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री ने देश को यशस्वी नेतृत्व प्रदान करने के साथ साथ देश को खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बेहद लोकप्रिय ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया जो आज भी हर भारतीय की जुबान पर है। इस अवसर पर ओ पी मिश्रा, आर डी पांडेय, एस एन तिवारी, विश्वजीत मौर्या, अभिषेक मिश्रा, अंशुमान तिवारी, शिव सागर, मनजीत, सुधा, निशा, प्रिया, प्रकृति, रिया, रूपा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।