अवधनामा संवाददाता
उ0प्र0 विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबंधन की हुई समीक्षा
सभी सीएचसी और पीएचसी पर दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें- उमेश
सभापति द्वारा दिए गए निर्देशों, सुझावों का पालन शत प्रतिशत कराया जाए- डीएम
कुशीनगर। जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति की बैठक सभापति उमेश द्विवेदी की अध्यक्षता और विधान परिषद समिति के सदस्यों की उपस्थिति में कुशीनगर जिले के जनपद स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम जिलाधिकारी उमेश मिश्र द्वारा आए समिति के सभापति एवं सदस्यों का बुके व बुद्ध स्मृति चिह्न देकर भेंट किया गया।
बैठक में जनपद में आपदा से संबंधित शासकीय योजनाओं के क्रियान्वन एवं आपदा पीड़ित लोगों के संबंध में गहन समीक्षा की गई। बैठक के दौरान सभापति के अलावा विधान परिषद समिति सदस्य सुरेन्द्र चौधरी, लाल बिहारी यादव, धर्मेंद्र सिंह, विवेक सिंह व समीक्षा अधिकारी तेज प्रताप ने जिले के सभी अधिकारियों से नदी में बाढ़ की स्थिति, नाव दुर्घटना, आकाशीय बिजली, आंधी तूफान, सर्पदंश, आगजनी, डेंगू, मलेरिया आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी लेते हुए गहन समीक्षा की गई। इस दौरान अपर जिलाधिकारी वैभव मिश्र ने समिति के समक्ष जिले में आपदा प्रबंधन के संबंध में विस्तार से बिंदुआर जानकारी देते हुए किए गए नवाचारों पर अपनी प्रस्तुति दी। बैठक के दौरान आपदा विशेषज्ञ रवि राय तथा अन्य विभागीय अधिकारियों द्वारा विस्तृत जानकारी समिति के समक्ष प्रस्तुत की गई। बैठक के दौरान सभापति ने आपदा के दौरान घायलों हेतु राहत अनुदानों को प्रदान करने के निर्देश दिए। साथ ही दुर्घटना बाहुल्यों क्षेत्रों कुओं, तालाबों, नहरों को चिन्हित करते हुए तथा नदी के गहराई वाले क्षेत्रों में साइन बोर्ड, चेतावनी बोर्ड लगाने को कहा गया। जिससे डूब कर मरने वालों की संख्या में कमी लाई जा सके। इस के अतिरिक्त जनपद में उपयोग न होने वाले कुओं के ऊपर जाली लगाने का भी निर्देश समस्त एसडीएम व ईओ को दिए गए। राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान जनपद में आपदा से घटित घटनाओं की गहनता से तहसीलवार समीक्षा की तथा राजस्व संहिता की धारा 101, धारा 67 के प्रावधानों की विस्तृत चर्चा की गई। पीएम किसान सम्मान निधि, सर्पदंश के मामलों में उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पुलिस की मौजूदगी में ही पंचनामा कराने के निर्देश दिया। उन्होंने जिला अस्पताल सहित समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सर्पदंश व अन्य दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता के साथ ही सर्पदंश से संबंधित इंजेक्शन की व्यवस्था तथा स्वास्थ्य केंद्र पर सर्पदंश के मामलों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया। समिति द्वारा संचारी रोगों, विशेष कर डेंगू एवं मलेरिया से बचाव हेतु अतिरिक्त प्रयास करने के भी निर्देश दिए गए। समिति द्वारा अधिशासी अधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को अपने संबंधित क्षेत्र में नियमित साफ सफाई, एंटी लारवा के छिड़काव तथा फॉगिंग कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान सभापति ने विजिलेंस एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा चेकिंग के दौरान मनमाने ढंग से बिल का चार्ज करने और बाद में सेटलमेंट करने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए इस पर विशेष नजर रखने के निर्देश अधि0 अभि0 विद्युत को समिति द्वारा दिया गया। इस दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों द्वारा बेहतर कार्य योजना बनाने एवं बेहतर परिणाम को देखते हुए समिति ने अधिकारियों के कार्यों को प्रशंसनीय बताते हुए इसमें और आवश्यक सुधार लाने तथा इसको उपयोगी बनाने हेतु अतिरिक्त प्रयास करने को भी कहा गया। समिति ने सरकार द्वारा संचालित आपदा पीड़ित लोगो के लिए योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ समस्त पात्र लोगों को दिलाने के भी निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने सभापति द्वारा दिए गए निर्देशों, सुझावों का पालन शत प्रतिशत किया जाने का आश्वासन दिया।