उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खाद्य पदार्थों में मिलावट को गंभीर अपराध बताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मिलावटखोरों की तस्वीरें चौराहों पर लगाने की बात कही गई है। खीरी जिले में दूध घी और मसालों समेत 98 नमूने फेल हुए हैं। सीएम ने मिलावट के खिलाफ डेडिकेटेड जांच टीमें गठित करने के भी आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खाद्य वस्तुओं में मिलावट और नकली दवाओं के कारोबार को “सामाजिक अपराध” करार देते हुए इसके खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने साफ कहा है कि अब मिलावटखोरों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे अपराधियों की तस्वीरें प्रमुख चौराहों पर चस्पा की जाएंगी, ताकि जनता को उनके प्रति जागरूक किया जा सके।
2024-25 में 98 सैंपल फेल, दूध-घी-मसाले शामिल
खीरी जिले की बात करें तो वर्ष 2024-25 में लिए गए खाद्य नमूनों में से 98 सैंपल फेल हुए हैं। इनमें से 87 नमूने अधोमानक, 10 असुरक्षित और 1 मिथ्याछाप पाया गया है। ये नमूने दूध, पनीर, तेल, घी और मसालों जैसे रोजाना उपयोग होने वाले खाद्य पदार्थों से संबंधित थे। इन आंकड़ों से साफ है कि आमजन की थाली तक पहुंचने वाले खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता की भारी कमी है।
सीएम योगी ने सभी जिलों में मिलावट के खिलाफ डेडिकेटेड जांच टीमें गठित करने, नकली दवाओं के कारोबार पर लगाम कसने और पेशेवर रक्तदाताओं की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अभी शासन से नहीं आया निर्देश
सहायक आयुक्त खाद्य बृजेंद्र शर्मा ने बताया कि “खीरी जिले में अब तक शासन से इस संबंध में कोई औपचारिक निर्देश नहीं प्राप्त हुए हैं। जैसे ही आदेश प्राप्त होंगे, विभागीय कार्रवाई तत्काल शुरू कर दी जाएगी। आमजन की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।”