ललितपुर। चंदेरी के रास्ते पिपरई गांव एवं ललितपुर को जोडऩे वाली 80 किलोमीटर रेल लाइन जिसके लिए रेल बोर्ड रेल मंत्रालय द्वारा फाइनल लोकेशन सर्वे आर्डर जारी किया गया है, इस रेल लाइन का निर्माण होने का रास्ता अब पूरी तरह साफ हो गया है। यह नई रेलवे लाइन जहां दो संसदीय क्षेत्र झांसी ललितपुर एवं गुना शिवपुरी अशोक नगर को एक नई सौगात होगी वहीं दूसरी ओर यह रेल मंत्रालय के लिए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाएंगे। भारत सरकार के केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर राज्य विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जो,गुना शिवपुरी अशोक नगर संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं एवं झांसी ललितपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद अनुराग शर्मा इन दोनों सांसदों के लगातार प्रयास करने पर यह ललितपुर चंदेरी पिपरई 80 किलोमीटर रेल लाइन की सौगात दो संसदीय क्षेत्रों को मिलने जा रही है। चंदेरी ललितपुर पिपरई रेलवे लाइन जो गुना सिंगरौली का वैकल्पिक मार्ग होगी और जिससे ललितपुर एवं पिपरई के बीच की दूरी 32 किलोमीटर कम होगी यह दो महत्वपूर्ण तथ्य इस नई रेलवे लाइन के लिए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का काम करेंगे। इस 80 किलोमीटर रेलवे लाइन से ललितपुर सिंगरौली रेल मार्ग से आने वाली कोयला खनिज एवं लोहे तथा अन्य संसाधनों से भरी हुई मालगाडय़िां चंदेरी रेल लाइन के माध्यम से गुना रुठियाई के रास्ते कोटा, राजस्थान की ओर जा सकेंगी, वहीं दूसरी ओर गुना के आगे इंदौर मार्ग से होती हुई यह उज्जैन, रतलाम और आगे गुजरात तथा महाराष्ट्र की ओर जा सकेंगी इससे चंदेरी रेल लाइन एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का काम करेगी जिसके माध्यम से विभिन्न संसाधनों खनिज लोहा स्टील सीमेंट एवं अन्य उत्पादों को देश के पूर्व विभाग से देश के पश्चिमी भाग पर आसानी से भेजा जा सकेगा। इस तरह देश के पश्चिमी राज्यों राजस्थान गुजरात एवं महाराष्ट्र में जो औद्योगीकरण है उससे उत्पन्न विभिन्न प्रकार के उत्पादों को पश्चिम से पूर्व की ओर आसानी से ले जाया जा सकेगा, इस तरह भारत के ईस्ट डेडिकेटेड फ्राइट कॉरिडोर का संबंध देश के पश्चिमी डेडिकेटेड फ्राइट कॉरिडोर से हो जाएगा और इससे चंदेरी रेल लाइन की उपयोगिता में बढ़ोतरी होगी और यह रेलवे लाइन आजीवन रेल मंत्रालय के लिए लाभकारी रहेगी। इन्हीं सब महत्वपूर्ण तथ्यों के मद्देनजर चंदेरी रेल लाइन एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का काम करेगी। इस नई रेल लाइन के बन जाने पर ललितपुर एवं झांसी जिलों का सीधा संबंध कोटा राजस्थान एवं गुजरात तथा महाराष्ट्र राज्य से सीधे तौर पर जुड़ जाएगा इस प्रकार यह नई रेलवे लाइन जहां ललितपुर को एक बड़ा जंक्शन बनाएगी वहीं दूसरी ओर यह झांसी ललितपुर संसदीय क्षेत्र के सामाजिक, आर्थिक, पर्यटन एवं व्यापारिक तथा औद्योगिक विकास के लिए वरदान भी साबित होगी। ललितपुर चंदेरी पिपरई 80 किलोमीटर रेल लाइन जहां एक और मुख्य ट्रैक दिल्ली मुंबई से कनेक्ट हो रही है वहीं दूसरी ओर यह लाइन पिपरई से जोड़कर दो तरफ एक और पश्चिम के राज्यों को तथा दूसरी ओर दक्षिण के राज्यों को आपस में जोड़ देगी इससे जो भी पैसेंजर ट्रेन एवं सुपरफास्ट ट्रेन इस मार्ग से आ जा सकेगी, जो भविष्य में एक पर्यटन सर्किट तथा औद्योगिक तथा सामाजिक आर्थिक विकास के लिए तथा नागरिकों एवं क्षेत्र के लिए चौमुखी विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। मुंबई हावड़ा के लिए तीसरे ट्रक का विकल्प भी होगी ललितपुर चंदेरी पिपरई 80 किलोमीटर रेल लाइन क्योंकि यह ललितपुर सिंगरौली से जुड़ने पर पूर्व में हावड़ा से कनेक्ट हो जाएगी और पश्चिम में इंदौर के आगे मुंबई से जोड़ने पर यह मुंबई हावड़ा का तीसरा ट्रैक बनेगी जो रेल मंत्रालय के लिए आजीवन लाभकारी होगी।
इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनेगी ललितपुर-चंदेरी-पिपरई की 80 किलोमीटर रेल लाइन
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