अवधनामा संवाददाता
पर्यावरण संरक्षण व अधो-संरचना के विकास के साथ लक्ष्य पूर्ति को संकल्पित है एनसीएल : सीएमडी भोला सिंह
एनसीएल का चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भी शानदार प्रदर्शन जारी
सोनभद्र/सिंगरौली भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के अधीन व कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की 37वीं वार्षिक आम बैठक बुधवार को कंपनी के सिंगरौली स्थित मुख्यालय में संपन्न हुई।
वार्षिक आम बैठक में कंपनी के सीएमडी श्री भोला सिंह, अपर सचिव, कोयला मंत्रालय श्री विनोद कुमार तिवारी, कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) श्री विनय रंजन, एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन एवं कार्मिक), डॉ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक (तकनीकी/ परियोजना एवं योजना) श्री एस एस सिन्हा, एनसीएल के गैर-आधिकारिक अंशकालिक निदेशक श्री त्रिकम भाई छंगा, श्रीमती सुबीना बंसल एवं श्री संजीव कुमार झा शामिल हुए।
बैठक के दौरान कंपनी में वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान हुई गतिविधियों व प्रदर्शन का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत किया गया। एनसीएल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोयला उत्पादन, प्रेषण, अधिभार हटाव जैसे भौतिक पैमानों के साथ वित्तीय मानकों पर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
इस अवसर पर एनसीएल सीएमडी श्री भोला सिंह ने कहा कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोविड -19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद अपने उच्चतम रिकॉर्ड लक्ष्य को पार किया। एनसीएल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 6.42% की वृद्धि के साथ 122.43 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया है । साथ ही 15.66% की वृद्धि के साथ 125.66 मिलियन टन कोयला का प्रेषण किया है। एनसीएल ने वित्त वर्ष 2021 -22 में 362.65 मिलियन क्यूबिक मीटर का अधिभार हटाया है ।
एनसीएल ने देश की ऊर्जा आकांक्षाओं के अनूरूप अपने कुल प्रेषण का लगभग 88% (110.69 मिलियन टन) कोयला बिजली क्षेत्र को प्रेषित किया जिसके परिणामस्वरूप वर्षभर , महत्वपूर्ण श्रेणी के थर्मल पावर प्लांट (टीपीपी) के पास भरपूर कोयले की उपलब्धता रही ।
एनसीएल पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहद संजीदा है और वित्त वर्ष 2021-22 में पर्यावरण अनुकूल माध्यमों से 82% से अधिक कोयला प्रेषण किया है। एनसीएल कोल इंडिया की एक अग्रणी कंपनी है और संचालन में नवीनतम प्रद्योगिकी का इस्तेमाल कर रही है । एनसीएल ने अपनी 10 मिलियन टन प्रतिवर्ष से अधिक क्षमता वाली खदानों में ओआईटीडीएस स्थापित किया है। एनसीएल ने वित्त वर्ष 2021-22 में दौरान 1,410 करोड़ रुपये के लक्ष्य के सापेक्ष 1,848.53 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया है ।
कोयला प्रेषण के लिए नए कोल हैंडिलिंग प्लांट एवं रेपिड लोडिंग सिस्टम की स्थापना की जा रही है । एनसीएल ने नवीनतम तकनीकों जैसे ईआरपी, बड़ी क्षमता वाले सरफेस माइनर, इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर, जीपीएस आधारित वेहिकल ट्रेकिंग सिस्टम (वीटीएस), बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली आदि को भी अपनाया है। नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में एनसीएल ने जयंत परियोजना की टाउनशिप के विभिन्न गैर-आवासीय भवनों में 470kWp ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट की स्थापना का कार्य पूरा कर लिया गया है। 50 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना पर भी कार्य चल रहा है।
सीएमडी ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान, एनसीएल ने सीएसआर पर 132.75 करोड़ रुपये खर्च कर स्थानीय समाज के दीर्घकालिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
बैठक में उपस्थित अंशकालिक निदेशकगण ने एनसीएल की कार्य संस्कृति की सराहाना की एवं उम्मीद जताई कि कंपनी आने वाले समय में भी शानदार प्रदर्शन कर देश को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान देती रहेगी।
*एनसीएल का चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भी शानदार प्रदर्शन जारी*
गौरतलब है कि एनसीएल को वित्त वर्ष 2022-23 में 122 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण का लक्ष्य दिया गया है । चालू वित्त वर्ष में कंपनी ने अभी तक विगत वर्ष की तुलना में उल्लेखनीय 24.19 % वृद्धि के साथ 41.89 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर लिया है । साथ ही, एनसीएल ने अपने कोयला ग्राहकों को बेहतरीन 19.61% वार्षिक वृद्धि के साथ 44.57 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया है । एनसीएल अधिभार हटाव में भी शानदार प्रदर्शन कर रही है व वित्त वर्ष 2022 -23 में अभी तक 32.37 प्रतिशत की भारी वृद्धि के साथ 137.51 मिलियन क्यूबिक मीटर अधिभार हटाया है ।
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