लखनऊ। राजधानी में लगातार पूरे दिन हो रही बारिश से आमजन अपने दफ्तर नहीं पहुंच पा रहे हैं तो वहीं कई जगह जलजमाव से आवागमन बाधित है तो कहीं बारिश ने लोगों को रोजमर्रा की चीजों से दूर कर दिया है।
लखनऊ में सुबह से शुरू हुए बारिश से आमजन प्रभावित रहा है। इसकी वजह से दफ्तरों में लोगों के नहीं पहुंचने से सन्नाटा पसरा रहा है। जलजमाव से सड़कों के दोनों तरफ पानी भर गया है। कैसरबाग, चारबाग, आईटी चैक, गोमती नगर, हजरतगंज, जानकीपुरम समेत कई इलाकों में पानी के जमाव से लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश की वजह से शहर की दुकानों, मॉल में भी लोगों के न पहुंचने से सन्नाटा दिख रहा है।
वहीं राजधानी में तेज बारिश की वजह से कहीं जलजमाव हो गया है तो कहीं सड़कों पर पेड़ गिरा है। जहां शहीद पथ बी आर आंबेडकर विश्वविद्यालय के पास सड़क पर जलजमाव से एक कार नाले में जा गिरी। जिसके बाद कार में अंदर बैठे लोगों को सुरक्षित निकाला गया। फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर क्रेन की सहायता से कार को नाले से बाहर निकाल दिया है। इसी घटना के कारण नगर निगम के वादों की पोल भी खुल गई है। वहीं मुख्यमंत्री कार्यालय (एनेक्सी भवन) के सामने पेड़ गिर गया है। इस हादसे में बाल बाल राहगीर और गाड़ियां बच गए है।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तड़के से मूसलाधार बारिश हो रही है और इसके कारण कई हादसे हुए हैं। जिनमें शुक्रवार दोपहर तक करीब 30 लोगों की जान जा चुकी हैं। बाराबंकी, अमेठी, रायबरेली,फैजाबाद भदोही, सोनभद्र, जौनपुर, कौशांबी, ललितपुर, कौशांबी, पीलीभीत, बांदा, गोरखपुर, बलिया और कानपुर में हादसे की सूचना की मिल रही है। बारिश के कारण बने हालात को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे प्रभावित लोगों तक तत्काल राहत पहुंचाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वे भारी बारिश के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद सुनिश्चित करें। साथ ही घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था करें ।
भारी बारिश के कारण हुए हादसों में चंदौली में तीन, अमेठी में चार, भदोही में दो, अयोध्या में दो और वाराणसी में एक, बाराबंकी में पांच, रायबरेली में एक, अम्बेडकरनगर में एक, कानपुर में एक, ललितपुर, कौशांबी, पीलीभीत, बांदा, गोरखपुर में एक-एक और बलिया में तीन और पूर्वांचल के जिलों में कुछ और लोगों की मौत सूचना है।
बता दें कि खासकर बारिश से अस्पतालों में पहुचंने वाले मरीजों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने से मरीजों को अस्पतालों में पहुंचने में देरी भी हो रही है। कई मरीजों ने तो बताया कि उन्हें काफी देर बाद एंबुलेंस तो मिली लेकिन सड़कों पर पानी और जलजमाव के चलते अस्पताल तक पहुंचने में काफी समय लग गया है।
रायबरेली में दो की मौत
रायबरेली में भी दीवार गिरने से दो की मौत हो गई। वहीं अंबेडकरनगर में एक जान चली गई। सीतापुर में तटबंध टूटने से 52 गांवों पर खतरा मंडराने लगा है।
बाराबंकी के सुबेहा थाना क्षेत्र के वदीपुर मजरे इस्माइलपुर निवासी मोबीन का आठ वर्षीय का बेटा उमेर स्कूल से लौटा ही था कि उसके ऊपर घर की छत और दीवार ढह गई। मलबे में दबने से घायल उमेर को परिवारीजन एक निजी अस्पातल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं जैदपुर थाना क्षेत्र में परसोला गांव निवासी वृद्धा बृजरानी पत्नी सुरेश की छत गिरने से उसके मलबे के नीचे दबकर मौत हो गई। उधर रायबरेली में के गदागंज थाना क्षेत्र के पूरे ककोरन गांव निवासी शाहिद अली की कच्ची दीवार भरभराकर ढह गई। जिसके मलबे में दबकर शाहिद की बेटी बीना (3) की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी समीमुननिशा (35) घायल हो गई।
अमेठी जिले के फुरसतगंज थाना क्षेत्र के पूरे नंदा मजरे सबरहदा गांव में पक्के मकान की छत ढह गई। जिसके मलबे में दबकर कृष्ण बहादुर सिंह (65) की मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी विद्या सिंह (62), बेटा राघवेंद्र (30) घायल हो गये। वहीं अंबेडकरनगर के भीटी इलाके में दीवार ढहने से 45 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई। वहीं सीतापुर के रामपुर मथुरा में में बाढ़ से गांवों को बचाने के लिए दो साल पहले बनाया गया तटबंध घाघरा में समा गया।
बांध कटने से घाघरा के किनारे बसे गांवों में हड़कंप है। सतह से पानी डेढ़ फीट नीचे होने से पानी अभी गांव में नहीं पहुंचा है लेकिन कटान जारी होने से ग्रामीण दहशत में हैं। दशरथपुरवा गांव में लोगों ने गृहस्थी समेटकर पलायन शुरू कर दिया है। बांध कटने से क्षेत्र के करीब 52 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
घाघरा उफनाई तो इन गांवों की लगभग 25 हजार आबादी प्रभावित होगी। इस बीच तेज हवा के साथ दिनभर हुई बारिश से गुरुवार को लगभग सभी शहरों में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। शहर में कई कार्यालयों समेत आवासों में पानी घुस गया।