ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं की निगरानी को गांवों का दौरा करें अधिकारी -डी एम
बुधवार को डी एम संजय चौहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ग्रामीण पाइप पेयजल योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। डी एम ने कहा है कि पेय जल योजनाओं की हकीकत की जानकारी के लिए स्वयं गांवों का दौरा करेंगे।
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत जिले में कुल 487परियोजनाएं हैं।295नग पेय जल परियोजनाएं संचालित है।154परियोजनाओं में ओवर हेड टैंकों से जलापूर्ति की जा रही है।141ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं में सीधे पम्पिंग के माध्यम से ग्रामीणों को पेय जल की आपूर्ति की जा रही है।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन भारत सरकार की प्राथमिकता वाली योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक घर तक सुरक्षित और शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। जिलाधिकारी ने कार्यदाई संस्थावार परियोजना की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा करते हुए कार्यों की गुणवत्ता, सामग्री की उपलब्धता, ठेकेदारों की कार्यशैली, पाइपलाइन बिछाने की तकनीकी प्रक्रिया, जलस्रोतों की स्थिति, पानी की गुणवत्ता जांच और लाभार्थियों तक जल कनेक्शन की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही या कार्य में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यों में पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता सर्वोपरि होनी चाहिए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर कार्यों की भौतिक स्थिति की नियमित जांच करने, निगरानी समितियों को सक्रिय करने और आम जनता को योजना की जानकारी देने हेतु ग्राम स्तरीय जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने के निर्देश दिए।
बैठक में अधिशासी अभियंता इंजीनियर अनिल कुमार राव ने प्रगति की जानकारी दी।सी डी ओ सूरज पटेल, उपकृषि निदेशक सत्येन्द्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी राजेश यादव, उपायुक्त मनरेगा शेर बहादुर, सहायक अभियंता दिनेश कुमार गौतम आदि मौजूद रहे।