सिपाहियों की सुनी जा रही बातें : एसपी सिटी
गोरखपुर। (Gorakhpur) उत्तर प्रदेश पुलिस को एक नया कलेवर और तेवर देने वाले 2011 बैच के सिपाहियों की भर्ती ने एक अहम पडाव पूरे कर लिए।
10 जनवरी के दिन पुलिस सेवा में अपनी पूरी तरह से आमद कराते हुए तमाम उतार-चढ़ाव का दौर देखने वाले इस बैच के सिपाहियों ने सेवा के 10 वर्ष पूरे कर लिए ।
सन 2006 में मुलायम सिंह यादव शासनकाल में भर्ती हुए सिपाहियों को बर्खास्त करते हुए मायावती शासन काल में नई नियमावली के तहत पहली बार राज्य स्तर पर की गई पुलिस विभाग की इस सबसे बड़ी भर्ती से लगभग 35000 युवाओं को सीधे रोजगार मिला था।
इसी भर्ती से सिपाहियों के लिए तय योग्यता 10वीं से 12वीं कर दी गई लेकिन इस बैच में अधिकांश सिपाहियों की योग्यता स्नातक या उसके समकक्ष रही। 2011 बैच की भर्ती की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि इस भर्ती में महिलाओं को पहली बार 20% आरक्षण दिया गया।
कुल मिलाकर पुलिस विभाग में सिपाहियों की भर्ती का वाला 2011 बैच विभाग की दशा व दिशा बदलने वाला माना जाता है। तब इस बैच के लगभग 1100 सिपाहियों की आमद गोरखपुर जिले में हुई थी। गोरखपुर में सिपाहियों की सेवा के दस वर्ष पूरे होने पर बधाई देते हुए एसपी सिटी सोनम कुमार ने कहा कि इन सबकी बातें सुनी जाती है खासकर महिला सिपाहियों की। इनके लिए पुलिस लाइन में महिला बैरक का निर्माण किया जा रहा है। क्योंकि महिला सिपाहियों के रुकने का कोई स्थान पहले नही था लेकिन बैरक बन जाने से उन्हें सुविधा रहेगी यह उनके लिए सेवा के 10 वर्ष पूरे होने का उपहार होगा।
2011 बैच के सिपाहियों की भर्ती के 10 वर्ष पूरे
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