अवधनामा ब्रेकिंग….
योगीराज में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी पिपराइच की ईओ, हुआ स्थानांतरण
2.50 करोड़ के सोलर घोटाले में कार्यवाही से खफा थे जिले के आला अधिकारी
पिपराईच। लगभग 2.50 करोड़ के सोलर घोटाले में भ्रष्टाचारियों से समझौता न करना नगर पंचायत पिपराइच की तेजतर्रार अधिशासी अधिकारी पूजा सिंह परिहार को आखिरकार महंगा पड़ ही गया।
सोलर प्रकरण में लगातार मिल रही धमकियों के बाद भी अपनी कार्यवाही न रोकने के एवज में बुधवार को आखिरकार उनको पिपराईच नगर पंचायत से हटा कर बड़हलगंज स्थानांतरित कर दिया गया। बताते चलें कि लगभग ढाई करोड़ के इस सोलर घोटाले में लगभग आधे से भी कम काम होने के बावजूद आला अधिकारियों के निर्देश पर लगभग 1 करोड़ 89 लाख का भुगतान कर दिया गया है जिसमें से 63 लाख रुपये का भुगतान जाँच के दौरान नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए किया गया।
अब नगर पंचायत पिपराइच के नए ईओ के रूप में अवधेश वर्मा के नाम की चर्चा चल रही है । बताते चलें कि अवधेश वर्मा के पास वर्तमान में नगर पंचायत सहजनवा के अधिशासी अधिकारी का कार्यभार है । उनके कार्यकाल में ही सहजनवां थाने के बगल में 98 लाख का गड्ढा खोदकर भुगतान ले लिया गया जिसकी जांच का आदेश पिछले दिनों जिलाधिकारी ने दिया था। नगर पंचायत पिपराइच में लगभग ढाई करोड़ का सोलर प्रोजेक्ट भी अवधेश वर्मा के कार्यकाल का है और अगर उनकी दोबारा वहां वापसी होती है तो पिपराइच सोलर घोटाले में भ्रष्टाचारियों की जीत सुनिश्चित हो जाएगी।
बहरहाल योगीराज में योगी के जिले में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लड़ने की हिम्मत जुटाने वाली महिला अधिकारी को प्रशासन द्वारा इस प्रकार से पुरस्कृत करना कहीं न कहीं यह दर्शा रहा है कि जिले में आने वाले दिनों में पिछली सरकार की तरह इस सरकार में भी भ्रष्टाचारियों की मौज रहेगी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम की हवा निकालने में उनके ही जिले के अफसर कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
अगर ईओ पूजा सिंह के स्थानांतरण की बात करें तो जिले में योगी जी की स्थानांतरण नीति की हवा यहां के अधिकारी पहले ही निकाल चुके हैं । यहां तमाम विभागों में पिछले 5 से 10 और उससे भी ज्यादा समय से एक ही पटल पर रह कर भ्रष्टाचार का बरगद बने तमाम बाबुओं का योगी जी की स्थानांतरण नीति बाल भी बांका नहीं कर सकी है।