जेएनयू में चल रहे विवाद के बीच एक खुशखबरी आई है। भारतीय आर्थिक सेवा (आईईएस) की परीक्षा में कुल 32 उम्मीदवारों में से 18 जेएनयू के हैं।
जागरण डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार, जेएनयू वीसी जगदीश कुमार ने आईईएस की परीक्षा में 8वीं रैंक लाने वाली जेएनयू की छात्रा यशस्विनी सारस्वत से मुलाकात की।
Yashaswini Saraswat: We're all very happy. 18 JNU students cleared the exam this yr. I feel fortunate&proud to have been a part of JNU and achieved this. It hurts when something bad is said about JNU but we should take it as a challenge to show that there's a good side to it too. https://t.co/8blNwx8cQw pic.twitter.com/SeY32QKdRc
— ANI (@ANI) January 13, 2020
इसके बाद यशस्विनी सारस्वत ने कहा कि ‘हम सभी काफी खुश हैं। इस साल जेएनयू के 18 छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है।
मैं खुद को भाग्यशाली और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि जेएनयू का हिस्सा रहा हूं और इसे हासिल किया है। दुख होता है जब जेएनयू के बारे में कुछ बुरा कहा जाता है लेकिन हमें इसे चुनौती के रूप में लेना चाहिए कि यह एक अच्छा पक्ष है।’
जेएनयू देश के सबसे बेहतर विश्विविद्यालयों में शुमार किया जाता है। जेएनयू शोध और अकादमिक उपलब्धियों के लिए भारत सहित पूरी दुनिया में जाना जाता है।
इसके लिए वह राष्ट्रपति से पुरस्कृत किया जाता रहा है। इंडियन इकोनॉमिक्स सर्विसेज (आईईएस) के रिजल्ट से ये साफ हो गया है कि जेएनयू छात्रों पढ़ने का माहौल देता है और यहां का शिक्षा स्तर काफी बेहतर है।
ज्ञात रहे कि जेएनयू के साबरमती हॉस्टल में 5 जनवरी शाम को नकाबपोशों ने वहां छात्रों पर हमला किया था और तोड़फोड़ की थी। इस हमले में जेएनयू के 34 छात्र और शिक्षक घायल हो गए थे।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने नौ लोगों की पहचान की, जिसमें जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आइशी घोष का भी नाम शामिल है। आइशी घोष से सोमवार को पूछताछ की गई।
पिछले दिनों दिल्ली पुलिस ने बताया था कि जेएनयू में वामपंथी छात्र रजिस्ट्रेशन कराने से रोक रहे थे। 5 जनवरी को ही दोपहर में कुछ छात्रों ने पेरियार हॉस्टल पर हमला किया।
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