Tuesday, May 13, 2025
spot_img
HomeUttar PradeshGorakhpurदस्तक अभियान के दौरान खोजे गये टीबी के 173 नए मरीज

दस्तक अभियान के दौरान खोजे गये टीबी के 173 नए मरीज

173 new TB patients discovered during Dastak campaign

अवधनामा संवाददाता

निःशुल्क इलाज के साथ-साथ मिलेगा पांच सौ रुपये प्रति माह पोषण भत्ता
गोरखपुर (Gorakhpur) । जिले में एक  से 31 जुलाई तक चले विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह एवं 11 से 25 जुलाई तक चले दस्तक अभियान के दौरान 173 नये टीबी रोगी खोजे गये हैं । इन सभी का पंजीकरण निक्षय पोर्टल पर कर लिया गया है । इन्हें निःशुल्क इलाज के साथ ही इलाज के दौरान  पांच सौ रुपये प्रति माह पोषण के लिए मिलेंगे । यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. रामेश्वर मिश्र ने दी ।
डीटीओ ने बताया कि अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम ने घर-घर भ्रमण करके टीबी के लक्षणों वाले 866 लोगों को ढूंढा था । ढूंढे गये लोगों के क्लिनिकल (टीबी एक्स-रे आदि) जांच व बलगम की जांच करायी गयी । क्लिनिकल जांच में 84 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई, जबकि बलगम जांच में 89 लोगों में टीबी मिला । नया मरीज ढूंढने वाली आशा कार्यकर्ता को 500 रुपये प्रति मरीज की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी ।
डॉ. मिश्र ने बताया कि दो सप्ताह या अधिक समय तक खांसी आना, खांसी के साथ बलगम आना, बलगम में कभी-कभी खून आना, सीने में दर्द होना, शाम को हल्का बुखार आना, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के सामान्य लक्षण हैं । ऐसे में अगर खांसी का मरीज है तो उसके सभी लक्षणों की गहनता से पड़ताल होनी चाहिए और संभावित टीबी मरीज दिखे तो टीबी की जांच अवश्य करवाई जानी चाहिए ।
डीटीओ ने लोगों से अपील की कि टीबी को छिपाएं नहीं। टीबी रोगियों के इलाज में गोपनीयता बरती जाती है । लक्षणों के बावजूद अगर कोई बीमारी को छिपा रहा है तो इससे उसके परिवार में भी टीबी के प्रसार का खतरा रहता है। बीमारी छिपाने वालों का समय से इलाज शुरू नहीं हो पाता और टीबी खतरनाक रूप अख्तियार करने लगती है, जिससे जटिलताएं बढ़ जाती हैं ।
 
इन परिस्थितियों में भी टीबी जांच आवश्यक
डॉ. मिश्र ने बताया कि अगर कोई कोविड मरीज ठीक हो जाता है और उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आ जाती है, फिर भी खांसी नहीं रूक रही है तो उसकी टीबी जांच अवश्य कराई जानी चाहिए। कोविड के लक्षण वाले व्यक्ति की जांच कराने पर अगर रिपोर्ट निगेटिव है तब भी टीबी जांच अवश्य करवा लें। इस समय टीबी की ट्रूनेट विधि से जांच की सुविधा जिला क्षय रोग केंद्र के अलावा सीएचसी पिपराईच, सीएचसी भटहट, सीएचसी कैंपियरगंज, पीएचसी खोराबार, सीएचसी बड़हलगंज और सीएचसी सहजनवा में भी उपलब्ध है ।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular