नाइजीरिया में फंसे 150 भारतीय, लगा रहे वतन वापसी की गुहार

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अवधनामा संवाददाता

कम्पनी ने वर्करों को नहीं दिया नौ माह का वेतन, भोजन के लाले

कुशीनगर। अफ्रीकन देश नाइजीरिया में रोजी- रोटी कमाने गए 150 भारतीयों को पिछले नौ माह का वेतन नहीं मिला है। जिससे उन्हें रोटी के लाले पड़े हैं। परेशान मजदूर सोशल मीडिया के माध्यम व अन्य माध्यमों से स्वदेश वापसी की गुहार लगा रहे हैं।

भारत से नाइजीरिया कमाने गए ये मजदूर डेगोटे आयल रिफायनरी कम्पनी (सब कांट्रेक्टर केम टेक कम्पनी) में काम करते हैं। जिन्हें न्यूनतम 1400 दरहम मासिक वेतन प्लस करके मिलता है। नौ माह से वेतन न मिलने से परेशान मजदूर अपनी पीड़ा को भारतीय एम्बेसी, जनप्रतिनिधियों, मीडिया व प्रवासी ग्रुप तक पहुंचाने के लिए फेसबुक, वाट्सएप, काल के माध्यम से अपनी पीड़ा बयान कर रहे है। इन वर्करों में शामिल सिवान निवासी वीरेंद्र सिंह कुशवाहा पुत्र दूध नाथ सिंह जो वेल्डर हैं। ने बताया कि उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्रा, झारखंड, बंगाल आदि के लोग कम्पनी में काम कर रहे हैं लेकिन उनको नौ महीने से वेतन नहीं मिला है। जिससे उनको खाने सहित कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें जनपद कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, बलिया, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर आदि जनपदों के लोग शामिल हैं। जिनमें तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के नूर आलम पिता नसरुद्दीन 50 ग्राम बसडीला बुजुर्ग, थाना तरया सुजान के हैं। इन्होंने वाट्सएप काल पर बताया कि वह ढाई वर्ष से यहां हैं। पैसा मांगने पर चार महीने से कह कर नही दे रहे हैं। कम्पनी का डीजीएम धमकी दे रहा है जंगल में डलवा देंगे। इससे हमलोग डरे हुए है क्योंकि परिवार के लोग बहुत परेशान हैं। फाजिलनगर के गांव अरूसवा, पोस्ट-लक्षया निवासी काली लाल गुप्ता पिता राम जस गुप्ता, तमकुहीराज के ग्राम मुरली धर टड़वा, तरया सुजान के 26 वर्षीय घुटन ठाकुर पुत्र राम वृक्ष ठाकुर व सिद्धार्थनगर यूपी के गांव-विशुन पुर, मुहाकन, थाना बांसी निवासी 32 वर्षीय कमल किशोर पुत्र बल्ली प्रसाद सहित कई वर्करों ने कम्पनी से वेतन दिलाने और वतन वापसी की मांग वाट्सएप काल, सोसल मीडिया के माध्यम से की है। कम्पनी में ये वर्कर, वेल्डर, फीटर आदि कार्य करते है।

 

पूर्व विधायक अजय लल्लू ने विदेश मंत्री को लिखा पत्र

तमकुहीराज के पूर्व विधायक अजय कुमार लल्लु ने नाइजीरिया गए जनपद कुशीनगर सहित उत्तर प्रदेश व अन्य प्रांतों के वर्करों की पीड़ा व्यक्त करते हुए विदेश मंत्री को 5 मई 2023 को पत्र लिखकर कम्पनी द्वारा वेतन न देने से वर्करों को आ रही दिक्कतों का जिक्र करते हुए उनके वेतन दिलाने और उन्हें वापस स्वदेश लाने की मांग की है। कहा है कि वेतन मांगने पर कम्पनी के डीजीएम जान माल की धमकी दे रहे हैं। ये लोग वापस वतन लौटना चाहते हैं। इनको भारत वापस लाने के लिए आवश्यक कार्यवाही का कष्ट करें। जो सोसल मीडिया पर है। इसी क्रम में राम मोहन नायडू किंजारपु लोकसभा सदस्य ने भी विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर इनके वतन वापसी की मांग की है।

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