अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी। शासन की योजना अन्तर्गत जीआईसी ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत शादी सम्पन्न करायी गयी। सामूहिक विवाह अंतर्गत कुल 149 जोड़ो का सामूहिक विवाह सम्पन्न हुआ। नव दाम्पत्य जोड़ों को आशीर्वाद एवं शुभकामना दी गई।
सामूहिक विवाह की पावन बेला पर नव युगल को पवित्र गठबंधन के दाम्पत्य सूत्र के आत्मीय संबंधों के साथ गृहस्थ आश्रम में प्रवेश कर जन्म जन्मांतर के पारिवारिक एवं सामाजिक उत्तरदायित्व के कर्तव्य निर्वहन हेतु जीवन की नई पारी पर वर वधू को आशीर्वाद एवं शुभकामना दिया गया।
सांसद उपेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सामूहिक विवाह योजना द्वारा शादी पर होने वाले अपव्यय पर रोक लगती है जिससे गरीब आदमी भी अपनी बहन, बेटी-बेटा की शादी खुशहाली के साथ संपन्न कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि शुभ विवाह/पाणिग्रहण संस्कार जीवन का एक पवित्र गठबंधन है जिसमें पति पत्नी एक दूसरे के साथ समर्पित जीवन जीते हुए समाज एवं देश में अपना योगदान देते हैं। यह सामूहिक विवाह समाज की समरसता एवं समरूपता का प्रतिफल है। सामूहिक विवाह योजना द्वारा एकता और अखंडता को मजबूत किए जाने पर बल दिया।
जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत शासन द्वारा एक जोड़े शादी पर 51 हजार व्यय करने की व्यवस्था की गयी है, जिसमें कन्या के दाम्पत्य जीवन में खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना हेतु सहायता राशि 35 हजार मात्र कन्या के बैंक खाते में अन्तरित की जायेगी। कार्यक्रम में श्रीमती राजरानी रावत अध्यक्ष जिला पंचायत, शरद अवस्थी पूर्व विधायक रामनगर के साथ अधिकारी आदि उपस्थित रहे।