कैनबरा। आस्ट्रेलिया की नवनिर्वाचित सरकार में पहली मुस्लिम महिला समेत रिकार्ड 13 महिलाओं को शामिल किया गया है। गर्वनर जनरल डेविड हर्ले ने प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज के शपथग्रहण के 11 दिन बाद बुधवार को राजधानी कैनबरा में आयोजित समारोह में इन मंत्रियों को शपथ दिलाई। कंजरवेटिव पार्टी को हराकर लेबर पार्टी को सत्ता दिलाने वाले प्रधानमंत्री अल्बनीज ने ट्विटर पर लिखा, ‘एक समावेशी सरकार का नेतृत्व करते हुए गर्व है, जो आस्ट्रेलिया की ही तरह विविधताओं से भरी है।’
ऐनी एली हैं आस्ट्रेलिया की पहली मुस्लिम महिला मंत्री
मंत्रिमंडल में शामिल ऐनी एली आस्ट्रेलिया की पहली मुस्लिम महिला मंत्री, जबकि एद हसिक कैबिनेट में सेवा देने वाले पहले मुस्लिम बन गए हैं। वहीं स्वदेशी मामलों की मंत्री के रूप में लिंडा बर्नी पहली महिला हैं। बता दें कि विदेश मंत्री पेनी वांग ने प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज के साथ ही शपथ ली थी। मौजूदा 30 सदस्यीय कैबिनेट में करीब आधी महिलाएं हैं, जिनका 23 प्रमुख विभागों में से 10 पर कब्जा है।
हमारे इतिहास में सबसे अनुभवी लेबर सरकार- अल्बानीज
लेबर पार्टी ने 150 सीटों वाले सदन में बहुमत हासिल करने के लिए पर्याप्त सीटें हासिल की हैं। अल्बानीज के मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरों के साथ-साथ कुछ ऐसे सांसद भी शामिल हैं, जिन्होंने नौ साल पहले सत्ता में रही पिछली लेबर सरकार में सेवा की थी। अल्बानीज ने कहा,’हमारे पास संसद में हमारे पक्ष में कई प्रतिभाशाली सांसद हैं। यह हमारे इतिहास में सबसे अनुभवी लेबर सरकार है।’ अल्बानीज को ब्रिटिश गायक-गीतकार बिली ब्रैग से समर्थन मिल रहा है। ब्रैग ने ट्विटर पर लिखा कि वह यह जानकर मुग्ध हो गए कि आस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री ने अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में मेरे गीतों का उल्लेख किया। ब्रैग ने कहा कि उन्हें हैरानी नहीं हुई क्योंकि वह 20 से अधिक वर्षों से अल्बानीज के दोस्त हैं। ब्रैग ने कहा कि अल्बानीज से उनकी मुलाकात सिडनी में एक थिएटर में हुई थी और दोनों ही संगीत एवं संहानुभूतिपूर्ण राजनीति में विचार साझा करते हैं।
बता दें कि इससे पहले स्काट मारिसन की सरकार में मात्र सात महिलाएं थीं। बता दें कि अल्बानीज ने 21 मई के चुनाव के दो दिनों बाद ही अंतरिम मंत्रालय का गठन किया ताकि वे जापान की राजधानी टोक्यो में होने वाले क्वाड मीटिंग में शामिल हो सकें। इस बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और जापान व भारत के प्रमुखों ने भी हिस्सा लिया था। उप प्रधानमंत्री रिचर्ड मार्ल्स होंगे जो विदेश मंत्रालय में पेन्नी वोंग के साथ अंतरिम मंत्रालय का हिस्सा थे।