11 को खुलेगी पोल , एग्जिट होंगे सर्वे
Kazim Raza Shakeel
लखनऊ।
अभी जनता बिहार के चुनावों में आये एग्जिट पोल को भूली नही होगी कि फिर उत्तरप्रदेश के लिए भी वैसे ही एग्जिट पोल आने लगे। इस बार आये एग्जिट पोल 2007 में हुए उत्तरप्रदेश के विधान सभा चुनाव में आये एग्जिट पोल की तरफ इशारा करते हैं उस वक़्त भी बहुजन समाज पार्टी को दूसरे स्थान पर रखा था लेकिन बानी थी पूर्ण बहुमत की सरकार। इस बार भी कुछ ऐसे ही इशारे नज़र आते हैं लेकिन यह सब दावेदारी की पोल 11 मार्च को ही खुलेगी और गठबन्धन को भी काम नही आँका जा सकता।
उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में विधानसभा चुनाव सम्पन्न होने और समाचार चैनलों पर एग्जिट पोल को लेकर लगी पाबंदी समाप्त होने के बाद गुरुवार शाम से ही चैनलों पर एग्जिट पोल की झड़ी लग गई। एक के बाद एक चैनलों पर चलने वाले एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर कांग्रेस-समाजवादी पार्टी गठबंधन को दूसरे और बहुजन समाज पार्टी सबसे कम सीटें हासिल होने का दावा किया जा रहा है। वहीं जनता के फैसले का ऐलान 11 मार्च को होगा, जिसमें सभी की पोल खुल जाएगी और सबके पोल सर्वे एग्जिट कर जाएंगे।
बात सिर्फ उत्तर प्रदेश की करें तो यहां जिस तरह का मतदाता रुझान आया है, उसमें किसी भी दल को कम आंकना सही नहीं होगा। लेकिन बहुजन समाज पार्टी को तीसरे नम्बर पर ले जाना और कांग्रेस-सपा गठबंधन को कम आंकते हुए दूसरे नम्बर पर ही बनाए रखना सटीक नहीं लगता है। एग्जिट पोल का सर्वे कुछ इलाकों में कुछ सीमित लोगों के बीच कराया जाता है और अधिकतर एग्जिट पोल ग्रामीण इलाकों में नहीं शहरी इलाकों में होता है, जहां मतदान का प्रतिशत ग्रामीण इलाकों की तुलना में कम रहता है। टीवी चैनलों पर चलने वाले एग्जिट पोल प्रदेश विधानसभा की जो भी तस्वीर बयां करें, लेकिन बीबीसी के पेज पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार नहीं बनने देंगे। उसके लिए अगर जरूरत पड़ी तो बहुजन समाज पार्टी से भी हाथ मिला सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि प्रदेश को भाजपा रिमोट कंट्रोल से चलाए और प्रदेश में भाजपा सरकार बने। अखिलेश के इस बयान से साफ हो गया है कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन और भाजपा सरकार बनने से रोकने के लिए बबुआ बुआ से भी परहेज नहीं करेगा, जिस तरह चुनाव से पहले कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने में परहेज नहीं किया। इससे यह साफ़ हो गया है कि 11 मार्च को विधानसभा परिणाम आने के बाद प्रदेश में सरकार चाहे जिस दल की बने, टीवी चैनलों पर चलने वाले पोल सर्वे 11 मार्च को अवश्य एग्जिट हो जाएंगे।