बांसी सिद्धार्थनगर। जूनियर हाई स्कूल के बांसी के विशाल मैदान में रविवार को नगर पालिका अध्यक्ष चमनआरा राइनी की तरफ से आयोजित होली मिलन समारोह में गंगा जमुनी तहजीब की झलक साफ तौर पर देखी गयी। यहां जाति धर्म तथा मजहब की दीवार को तोडते हुए सभी ने एक दूसरे को गुलाल अबीर लगाकर होली की बधाई दी। चमनआरा राइनी ने इस तरह का आयोजन बांसी में पहली बार करके साम्प्रदायिक एकता की जो मिशाल प्रस्तुत की उसकी चर्चा सभी की जुबान पर बनी है।
अपनी निजी सोच को मूर्त रूप देते हुए चमनआरा राइनी ने अपने खर्च पर महिला होली मिलन समारोह का आयोजन किया। जिसमें अपेक्षा से ज्यादे सभी धर्मो व वर्गो की महिलाओं ने बढचढकर हिस्सा लिया। जो बांसी मे अपने आप में एक रिकार्ड ही रहा। समारोह को सम्बोधित करते हुए चमनआरा राइनी ने कहा कि आज हमारे समाज में विभिन्न धर्मो व सम्प्रदायों के पर्व व त्योहारों को लेकर एक दूसरे के मन में निगेटिव विचार आते रहते हैं। जिसे हम सीाी को अपनी सकारात्मक सोंच से उसे दूर करने की आवश्यकता हैं उन्होने कहा कि जाति धम्र तो बाद की बात होती है सबसे पहले हम भारतीय है और यहां की संस्कुति तथा पर्व हम सभी के मार्गदर्शक होते हैं हमे उससे नॅरत के बजाय सीख लेने की जरूरत है। उन्होने कहा कि आज इस होली मिलन समारोह मे सभी एक ही रंग में रंगे है। इसमें से हिन्दू मुस्लिम को पहचान पाना नामुमकिन है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजा रतन सेन पीजी कालेज की पूर्व रीडर डा. श्रीमती ज्योतिमा राय ने कहा कि भारत देश की पहचान ही विभिन्न धर्मो और जातियों को साथ लेकर चलने की है। यह देश धर्मनिरपेक्षता की श्रेणी में रखा गया हैं। कोई भी धर्म हमें मानवता के रास्ते से हटने की सीख नही देता। हम सभी को आपस में मिलजुलकर रहना होगा। इस अवसर पर भारी संख्या में महिलाएं मौजूद रही।