गोरखपुर । जिस ईदगाह परिसर में लगे मेले को देखकर साहित्य सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने अपनी कालजयी रचना ईदगाह लिखी थी और जहां सैकड़ों सालों से हिंदू मुस्लिम एकता की प्रतीक दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद के उर्स का मेला लगता चला आया है आज उसी जमीन पर बने मंच और आस पास के अस्थाई निर्माण पर जीडीए और जिला प्रशासन ने तीन थानों की पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत बुलडोजर चला दिया।
सबसे बड़ी बात यह रही कि हिंदू मुस्लिम आस्था की प्रतीक दरगाह परिसर पर मंगलवार सुबह जीडीए के अधिकारी बिना राजस्व विभाग और मजिस्ट्रेट के बगैर बुलडोजर लेकर पहुंचे और वहां लगी रेलिंग को तोड़ने लगे । इस बीच मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने पहुंचकर कानून व्यवस्था की स्थिति को संभाला । कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए तत्काल ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम (सदर) गौरव सिंह सोगरवाल को बुलाया गया।
हालांकि दरगाह कमेटी की तरफ से एडवोकेट मोहम्मद सऊद अहमद ने बताया कि जीडीए और जिला प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई बिना किसी पूर्व सूचना और नोटिस के किया गया है हम लोगों ने अपना कागज प्रस्तुत करने के लिए कुछ समय जिला प्रशासन से मांगा था लेकिन उन्होंने हमारी बातों को अनसुना करते हुए बुलडोजर के माध्यम से यहाँ लगे टीन सेट और कीमती सामानों को गिरा दिया ।
दरगाह के सदर इकरार अहमद ने कहा की यह दरगाह सभी धर्मों की आस्था का केंद्र है यहां भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। साथ ही ईद और बकरीद के समय यहां सैकड़ों की संख्या में है नमाजी नमाज अदा करने आते हैं लेकिन यह कार्रवाई बिना किसी पूर्व सूचना के किए जाना सरासर गलत है।
वही सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव ने बताया कि यह जमीन जीडीए की है और इस जमीन को मुक्त कराने के बाद मुंशी प्रेमचंद पार्क का विस्तार किया जाएगा।
मामले में दोनों पक्षों के कागजात देखने के बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम (सदर) गौरव सिंह सोगरवाल ने कहा कि राजस्व अभिलेख में जमीन बंजर की है और सरकार बहादुर के खाते में दर्ज है ।जबकि दरगाह कमेटी उक्त जमीन पर अपना दावा प्रस्तुत कर रही है।
फिलहाल अस्थाई अतिक्रमण को जीडीए द्वारा हटा कर इन्हें अपना पक्ष प्रस्तुत करने का समय दिया गया है।
हजरत मुबारक खाँ शहीद दरगाह परिसर पर चला जीडीए का बुलडोजर
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