BRIJENDRA BAHADUR MAURYA………………………
हरिद्वार के ऐतिहासिक ज्ञान गोदड़ी गुरूद्वारे को लेकर सिक्ख समाज आन्दोलित
14 को सन्क्रांति से शुरू होगी विश्वव्यापी मुहिम
लखनऊ । सिक्खों के प्रथम गुरू नानक देव की पहली यात्रा जिसे पहिली उदासी भी कहते है, के दौरान गुरू नानक देव हरिद्वार में हर की पैडी पर जहॉ ठहरे थे, उस स्थान पर गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी की स्थापना की गयी थी । सन् 1978 में हर की पैडी पर मची भगदड़ में काफ़ी जान माल का नुकसान हुआ और लगभग 45 जाने चली गयी थी, तब से सरकार ने गुरूद्वारे के लिये हरिद्वार के कनखल में 6.75 बीघा जगह सुनिश्चित कर गुरूद्वारे को हटा दिया था परंतु आज तक गुरूद्वारे के लिये प्रदान की गयी कनखल वाली जमीन भी गुरूद्वारे के नाम नहीं की गयी। तब से सिक्ख समाज उसी स्थान पर गुरूद्वारे के निर्माण को लेकर संघर्ष कर रहा था कि यूपी का उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में बंट गया । अब सिक्खों ने लगभग 548 वर्षो पुरानी अपनी धरोहर को फिर से हासिल करने के लिये मुहिम छेड़ने का ऐलान कर दिया है ।
मंगलवार को राजधानी के प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी मुहिम के संयोजक गुरूप्रीत सिंह बग्गा ने कहा कि अब शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबन्धक समिति, आकाल तख्त और शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबन्धक समिति दिल्ली ने इस बड़ी मुहिम को अपने हाथों में ले लिया है । आकाल तख्त के निर्देशानुसार 14 मई को सन्क्रांति के दिन दुनिया भर के सभी गुरूद्वारे और प्रत्येक सिक्ख द्वारा प्रात: 9 बजे जपजी साहिब का पाठ और अरदास कर आन्दोलन आरम्भ किया जायेगा । राजधानी के गुरूद्वारा नाका हिण्डोला के प्रधान सरदार राजेन्द्र सिंह बग्गा ने कहा कि दुनिया का पूरा सिक्ख समाज गुरू नानक देव की इस ऐतिहासिक धरोहर को पुन: प्राप्त करने के लिये बड़े से बड़ा आन्दोलन करने को तैयार है क्योकिं सन् 2019 में गुरू नानक देव का 550 प्रकाश पर्व सिक्ख समाज हरिद्वार के ज्ञान गोदड़ी गुरूद्वारे में ही मनायेगा । सभी धर्म निरपेक्ष संगठनों से मुहिम में जुडने की अपील करते हुए सदर गुरूद्वारे के प्रधान सरदार हरपाल सिंह जग्गी ने कहा कि देश दुनिया के सभी गुरूद्वारों और सिक्ख समाज को इस मुहिम से सोशल मीडिया के माध्यम से भी जोड़ लिया गया है जो 14 से लम्बे संघर्ष के लिये कमर कस चुके है । उन्होनें कहा कि हर की पैडी पर गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी का निर्माण और कनखल में प्रस्तावित 6.75 बीघा जमीन पर हर हाल में 2019 से पहले सिक्ख समाज को मिल जानी चाहिए जिससे कि हम लोग गुरू नानक देव का प्रकाशोत्सव धूमघाम से मना सके । आलमबाग गुरूद्वारे के सरदार निर्मल सिंह ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नितिश कुमार ने गुरू गोविंद सिंह की जयंती मना कर दुनिया को अपना मुरीद बना लिया था और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ गुरू नानक देव की 550 जयंती मनाने के लिये ननकाना साहिब में तैयारियॉ शुरू कर चुके है पर हिन्दुस्तान में ही सिक्खों को उनकी ऐतिहासिक धरोहर से वन्चित रखा जा रहा है ।
उन्होनें कहा कि गुरूद्वारा ज्ञान गोदड़ी की स्थापना के लिये एक कमेटी बनायी जा रही है जो शान्तिपूर्ण संघर्ष करेगी और जीजीएम 56161 पर एसएमएस तथा 9210921313 पर मिस्ड कॉल करके भी इस मुहिम से जुड़ा जा सकता है ।
वार्ता में राजधानी के विभिन्न गुरूद्वारों के प्रधान और प्रमुख सिक्ख नेता उपस्थित रहे ।
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