लेकिन घर-परिवार की जिम्मेदारियां निभाते हुए मां खुद की सेहत का खयाल नहीं रख पाती है।

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BRIJENDRA BAHADUR MAURYA…

मदर्स डे पर मॉ को दे बादाम का उपहार

लखनऊ । मां सदा से सभी की अच्छी सेहत का ध्यान रखती है। घर-परिवार में खान-पान की अच्छी आदतों को बढ़ावा देती है। लेकिन घर-परिवार की जिम्मेदारियां निभाते हुए मां खुद की सेहत का खयाल नहीं रख पाती है।

इसलिए इस बार मदर्स डे के अवसर पर हम और आप अपनी मां की सेहत पर ध्यान
दें। मां को याद दिलाएं कि उनकी सेहत न केवल उनके लिए बल्कि हम सभी के लिए कितना महत्वपूर्ण है। इसलिए उन्हें खान-पान की अच्छी आदतें और अच्छी जीवनषैली अपनाने के लिए मनाना हमारी जिम्मेदारी बनती है। और इस मकसद से किए गए एक छोटे बदलाव का आपकी मां की सेहत पर बड़ा फर्क पड़ेगा। आप उनसे हर दिन मुट्ठी भर बादाम खाने का आग्रह करें। बादाम की हर बाइट में आपकी मां को सेहत भरा पोशण मिलेगा। बादाम विटामिन ई, फाइबर, कैल्सियम और प्रोटीन जैसे कई जरूरी पोशक तत्वों का महत्वपूर्ण स्रोत है और आपकी मां के लिए
बादाम के पोशण के संग दिन भर का काम-काज संभालना आसान होगा। इसके साथ यह
भी जरूरी है कि आपकी मां नियमित व्यायाम करें। पोशक आहार के साथ नियमित व्यायाम से आपकी मां जो पहले से ‘फैब’ मॉम हैं ‘फिट’ मॉम हो जाएंगी।

मषहूर अदाकारा (जो खुद एक मां हैं) सोनाली बेन्द्रे ने कहा, ‘‘मेरी मां एक ऑल-राउंड सुपरमॉम थीं.. हमारे स्कूल के काम से लेकर हमारे पढ़ने तक का ध्यान रखा। यह भी सुनिष्चित करना कि हम खेलें और हमें आराम और सही पोशण तो जरूर मिले। उन्होंने हमारे प्रति सभी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया।

 लेकिन परिवार की जिम्मेदारियां निभाते हुए उन्होंने कुछ मायनों में खुद की सेहत की अनदेखी की। आज मैं खुद एक मां हूं और अपनी मां से मिली सीख का पूरा इस्तेमाल करती हूं पर कई बातें मैंने खुद सीखी है। इनमें एक खुद की सेहत का भी पूरा ध्यान रखना है। इसके लिए आपको कुछ अच्छी आदतें डालनी
होंगी। दरअसल खान-पान में छोटे बदलाव के बड़े परिणाम मिलते हैं। उदाहरण केतौर पर हर दिन बादाम खाना। मुट्ठी भर बादाम (30 ग्राम या लगभग 23 बादाम) आपको दिन भर भागदौड़ की ऊर्जा देगा। और चूंकि यह कई पोशक तत्वों का कुदरती स्रोत है आप वर्क आउट से पहले और उसके बाद भी बतौर स्नैक बादाम का आनंद ले सकते हैं। बादाम साथ ले जाना आसान है। सफर में भी इसका मजा लिया जा सकता है। इससे आपकी जिन्दगी बदल जाएगी।’’

दिल्ली की मषहूर न्युट्रिषनिस्ट रीतिका समद्दार बताती हैं कि पोशक आहार और नियमित व्यायाम के साथ-साथ आपके स्नैक की आदतों का ध्यान रखना भी जरूरी है। रीतिका का कहना है, ‘‘तंदुरुस्ती का राज है स्मार्ट स्नैकिंग।
दिलचस्प यह भी है कि न्यू इंगलैंड जर्नल ऑफ मेडीसीन में प्रकाषित एक अभूतपूर्व अध्ययन से यह सामने आया है कि प्रति सप्ताह कम से कम सात बार नट्स जैसे कि बादाम खाने वालों में सभी कारणों से मृत्यु (किसी भी कारण
से मृत्यु) दर में 20 प्रतिषत कमी पाई गई और यह तुलना उनसे की गई जो नट्स का सेवन नहीं करते हैं। इसलिए दो आहार के बीच जब कुछ खाने का जी करता है आप आधे-अधूरे स्नैक्स की जगह बादाम लें तो आपकी जिन्दगी में सेहत की बहार आएगी।’’

इसलिए आप भी मदर्स डे में इस बार मां को अच्छी सेहत का उपहार, बादाम दे ।

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