BRIJENDRA BAHADUR MAURYA
सिस्टम की बदहाली से त्रस्त युवक की मुख्यमंत्री से उम्मीद
दो दिन से लगा रहा है राजधानी का चक्कर
लखनऊ।राजधानी लखनऊ में पिछले दो दिन से एक युवक योगी जी से मिलने के लिए परेशान है कारण सुनकर आप चौक जायेंगे कारण यह है कि उसका ट्रैक्टर उसके दूर के रिश्तेदार ने कृषि कार्य करने के लिए माँगा था तथा अब जब देने की बारी आई तो उसने चुपके से ट्रैक्टर को बेच दिया।थाने की मिलीभगत के कारण युवक को सिर्फ आस्वासन मिला।युवक ने जिले के आला अधिकारियों को भी सूचना दी पर वहा भी उसे आस्वासन ही मिला।कहीं से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई ना होता देख मुख्यमंत्री योगी जी से मिलने के लिए पिछले 2 दिन से राजधानी लखनऊ के भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय तथा मुख्यमंत्री के जनता दरबार के चक्कर काट रहा है किन्तु उसकी अभी तक मुख्यमंत्री जी से मुलाकात नहीं हो पाई है।
जानकारी के अनुसार
लखीमपुर खीरी के थाना पचिगवा अंतर्गत ग्राम किरयारा के रहने वाले महबूब ने अपना ट्रैक्टर कैसर पुत्र अहमद ग्राम सरैया मोहम्मदी को सात मार्च 2016 को दिन में 12:00 बजे के करीब कृषि का काम करने के लिए अपना ट्रैक्टर दिया था।आठ दिन तक कैसर ने जब ट्रैक्टर नहीं वापस किया तो महबूब ने जानकारी लेनी चाहिए तो कैसर ने कहा कि अभी थोड़ा रुक जाओ अभी और काम है वह कर ले फिर उसके बाद तुम अपना ट्रैक्टर लेकर जाना।15 दिन बीत जाने पर भी जब ट्रैक्टर महबूब को नहीं मिला तो वह फिर से कैसर के घर गया वहां पर जाकर देखा तो घर पर न कैसर मौजूद था और न ही उसका ट्रैक्टर।आसपास पता करने पर पता चला और पड़ोसियों ने बताया कि केसर ने ट्रैक्टर किसी शाहजहाँपुर के इलियास को बेच दिया है।किसी प्रकार जानकारी करते-करते मेहबूब शाहजहांपुर स्थित इलियास के घर गया जहां पर इलियास ने कहा कि उसने यह ट्रैक्टर कैसर से खरीदा है और मैं तुम्हें क्या जानू।उसके बाद में मेहबूब वापस अपने घर आ गया तथा स्थानीय थाने पर अपनी शिकायत भी की किंतु किसी प्रकार से कोई कार्रवाई ना होता देख 156/3 के अंतर्गत कोर्ट से मुकदमा पंजीकृत करवाया।किंतु उसके बावजूद आज तक किसी प्रकार से उसकी कोई कार्यवाही नहीं हुई।मामले की शिकायत को लेकर मैं वह करीब छह बार जिले के कप्तान से भी मिला जहां पर उसे कार्रवाई करने का आश्वासन तो दिया लेकिन किसी भी प्रकार के कार्यवाही अभी तक नहीं हुई।नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से इंसाफ की उम्मीद में महबूब पिछले 2 दिन से राजधानी में मुख्यमंत्री आवास तथा मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपने इन्साफ की उम्मीद में लिए भटक रहा है लेकिन अभी उसकी मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं हो सकी है। महबूब के अनुसार जब तक उसे इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक वह राजधानी में ही रहेगा।