मथुरा वृंदावन पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारतवर्ष की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानवतावाद जैसी प्रगतिशील विचाराधारा दी। एकात्म मानवतावाद एक ऐसी अवधारणा है, जिसके केंद्र में व्यक्ति से परिवार, परिवार से समाज, समाज से राष्ट्र, राष्ट्र से अखिल ब्रह्मांड समाहित है।
यह विचारक केशवधाम में शुक्रवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय अध्ययन केंद्र के भूमि पूजन में केंद्रीय जल संसाधन मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने व्यक्त किए। कहा समस्त ब्रह्मांड का कल्याण तभी संभव है, जब समाज के अंतिम घटक यानि मनुष्य का कल्याण हो, समाज के दबे, कुचले, उपेक्षित असहाय, निराश्रित तथा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का जब तक उदय नहीं होगा, जब तक व्यक्ति परिवार, समाज, राष्ट्र का कल्याण संभव नहीं। भारत सरकार के अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष व आगरा सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने कहा इस पूरे प्रकल्प की कल्पना का श्रेय दिनेशजी एवं राकेशजी को जाता है।
उन्होंने कहा कि पुरानी सरकारों ने गरीबी हटाओ का नारा तो बहुत दिया। मगर, जमीनी स्तर पर काम नहीं किया। प्रधानमंत्री मोदी ने दीनदयाल के अंत्योदय को एक संकल्प के रूप में लिया है और उसी को लेकर कार्य को गति दी जा रही है। इस मौके पर मुकेश आर्य बंधू मेयर नगर निगम, नारायण दास अग्रवाल मैनेजिंग डायरेक्टर जीएलए यूनिवर्सिटी, ब्रज क्षेत्र प्रभारी जहीर अब्बास जैदी, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष अल्तामूल निजाम आदि मौजूद थे।
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शहीद कुरैशी की रिपोर्ट