
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बैंक ए.टी.एम. को बंद करने का निर्णय लेने से पहले ग्राहक की आवश्यकताओं, उपयोग पैटर्न और स्थान पर विचार कर रहा है। अप्रैल में बैंक ने 90 ए.टी.एम्ज को बंद कर दिया था। जानकारी के मुताबिक, एनपीए को कम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ इंडिया के खिलाफ तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई शुरू की है।
बैंक के एसेट्स की गुणवत्ता अधित एनपीए के कारण खराब हो गई है। पिछले दिनों जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2017 के अंत तक बैंक ऑफ इंडिया का कुल एनपीए बढ़कर 12.62 फीसदी और नेट एनपीए 6.47 फीसदी हो गया। ऐसे में यह स्थिति बैंक के लिए चिंताजनक है।
बैंक की कुल संपत्ति की गुणवत्ता हाई एन.पी.ए. के कारण खराब हो गई है। मार्च, 2017 के अंत में बैंक ऑफ इंडिया का कुल एन.पी.ए. बढ़कर 13.22 प्रतिशत हो गया था, जो पिछले साल 13.07 प्रतिशत था। बैंक ऑफ इंडिया की वैबसाइट पर एक प्रैजैंटेशन के मुताबिक बी.ओ.आई. ने पहले ही देश में ए.टी.एम. की संख्या कम कर ली थी।
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