रिपोर्ट बृजेन्द्र बहादुर मौर्या
सशक्त भारत के निर्माण के लिए बालिकाओं को सशक्त होना बहुत ज़रूरी है। बालिकाएं सशक्त तब होंगी जब वो स्वस्थ और स्वच्छ होंगी क्योंकि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन बसता है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए 24 जनवरी बालिका दिवस के उपलक्ष्य में सृजन फाउंडेशन एवं नाइन मूवमेंट के माहवारी स्वच्छता अभियान “हिम्मत” के अंतर्गत एक कार्यशाला का आयोजन वरदान इंटरनेशनल अकादमी, खरगापुर, गोमतीनगर विस्तार, लखनऊ में किया गया।

सृजन फाउंडेशन अध्यक्ष डॉ. अमित सक्सेना द्वारा बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता के विभिन्न आयामों को विस्तारपूर्वक समझाया गया और उनके अंदर इस हिम्मत का संचार किया गया कि पैड्स उनका अधिकार है और अधिकार मांगने में शर्माना नहीं चाहिए। बालिकाओं द्वारा माहवारी से संबंधित पूछे गए बहुत से प्रश्नों के जवाब डॉ अमित द्वारा दिए गए। माहवारी से सम्बन्धित बहुत सी प्रचलित भ्रांतियों पूजा न करना, मंदिर न जाना, अचार न छूना के पीछे छुपे कारणों को भी समझाया गया।
अंत में सभी बच्चियों को हिम्मत प्रदान करने के लिए पैड्स उपलब्ध कराए गए।
कार्यशाला में वरदान इंटरनेशनल अकादमी की लगभग 155 बच्चियों के साथ ही साथ अध्यापिका सुमन केसरवानी, दीपा सिंह, प्रिया उपाध्याय, मयूराक्षी कूल, अभिनव मुखर्जी एवं सृजन फाउंडेशन के सचिव अरुण प्रताप सिंह उपस्थित रहे।
Also read