डेढ़ वर्ष पूर्व सौन्दर्यकरण के नाम पर खर्च किया गया था 98 लाख
नगर पंचायत सहजनवां में पोखरे के सौदर्यकरण के नाम पर धन का किया गया बन्दर बॉट
डीएम ने त्रिस्तरीय टीम गठित कर जांच कराने का दिया आदेश
अवधनामा ब्यूरो
गोरखपुर। योगी सरकार बनने के बाद से जिले में भ्रष्टाचार की परत-दर-परत कलाई खुलती नजर आ रही है। पहले नगर पंचायत पिपराइच में लगभग ढाई करोड़ का सोलर घोटाला प्रकाश में आया तो अब नगर पंचायत सहजनवा में एक पोखरे के सौंदर्यीकरण के नाम पर 98 लाख रुपए के बंदरबांट की कहानी सामने आ रही है । सहजनवा थाने के पश्चिम स्थित पोखरे के सौन्दर्यकरण के नाम पर धन का बन्दर बॉट कैसे किया गया इसका अंदाज़ा पोखरे को देखकर लगाया जा सकता है । डेढ़ वर्ष् पूर्व नगर पंचायत द्वारा पोखरे के सौन्दर्यकरण का कार्य 98 लाख लागत से कराया गया था जब निमार्ण कार्य शुरू हुआ तो लोगो में आशा जगी की पयर्टन की दृष्टि से अच्छा कार्य हो रहा है । लेकिन लूट खसोट एवं घटिया निर्माण की वजह से इसकी शोभा समाप्त हो गयी। कच्ची ईट से बनी इसकी सीढियाँ तथा मिटटी की पटान सौन्दर्यकरण का काम खत्म होने से पहले ही धंसने लगे थे और मात्र छः महीनों में ही पोखरे में गन्दगी का अम्बार लग गया । छठ पूजा के अवसर पर स्थानीय लोग स्वयं इसकी सफाई कराते हैं इसके बाद भी घास फूस से पोखरा पटा हुआ है । 98 लाख का बन्दर बाट किस तरह किया गया उसका अंदाजा इसे देखकर लगाया जा सकता है। इस बावत जिलाधिकारी राजीव रौतेला का कहना था की मामला मेरे संज्ञान में है इसके जांच के लिए टेक्नीशियन की त्रिस्तरीय टीम गठित की जायेगी जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी। बताते चलें कि यह कार्य ईओ अवधेश वर्मा के कार्यकाल में हुआ है और लगभग ढाई करोड़ के पिपराईच सोलर घोटाले में भी ईओ अवधेश वर्मा का नाम जुड़ा है।