पुलिस का गुडवर्क करोड़ों की बैंक लूट का किया खुलासा

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पुलिस का गुडवर्क करोड़ों की बैंक लूट का किया खुलासा

नौबस्ता थाना क्षेत्र में यूनियन बैंक के स्ट्राँग रूम में आधा सैकड़ा लॉकर काटने की घटना
एक दर्जन अभियुक्तों को पुलिस की कई टीमों ने माल समेत किया गिरफ्तार
लगभग 35 लाख की डायमंड ज्वैलरी, 4 किलो सोना, 18 किलो चाँदी, चार लाख नकद सहित तीन चार पहिया वाहन बरामद
कानपुर पुलिस ने लिया पश्चिम बंगाल प्रान्त पुलिस का सहयोग किया बड़ा गुडवर्क


कानपुर महानगर। विगत दिनों कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र की यूनियन बैंक में स्ट्राँग रूम काटकर लगभग 32 लॉकरों से हुई करोड़ों की चोरी का कानपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया। शहर में हुई इस बड़ी घटना से हरकत में आई कानपुर पुलिस ने कई टीमें बनाई और बदमाशों को पकड़ने में हर सम्भव प्रयास किया। आईजी क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम सहित कई टीमों द्वारा की गई कड़ी मेहनत के बाद पुलिस ने घटना में शामिल करीब एक दर्जन अभियुक्तों को माल समेत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

नौबस्ता के पशुपति नगर की यूनियन बैंक शाखा में लॉकर काट कर हुई करोड़ों की चोरी के बाद बैंक ग्राहकों के बीच हड़कंप मच गया था। बैंक में हुई चोरी की घटना की जानकारी के बाद ग्राहकों ने बैंक के बाहर खूब हो हल्ला, विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी की थी। घटना को गंभीरता से लेते हुये एसएसपी कानपुर ने तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी नौबस्ता को लाइन हाजिर कर दिया था। इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह को थाना नौबस्ता का चार्ज दिया गया और उनके साथ क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम और स्वाट टीम, एसओ फजलगंज, एसओ रेलबाजार, एसओ बाबूपुरवा सहित कई चौकियों के तेज तर्रार चौकी प्रभारी इस घटना के खुलासे में लगाये गये।


इन टीमों की कड़ी मेहनत का नतीजा सामने आया और पुलिस की इन टीमों ने पश्चिम बंगाल तक से घटना में शामिल अभियुक्तों को माल समेत धर दबोचा।

रेकी के बाद ऐसे करते थे चोरी

घटना का खुलासा करते हुये पुलिस द्वारा बताया गया कि अभियुक्तों का गैंग काफी प्रोफेशनल है। गैंग के शातिर भिन्न-भिन्न जिला जेलों में बंद शातिर अपराधियों से संपर्क कर अपने गुर्गों द्वारा बैकों की रेकी करवाते थे। गिरोह के लोग इतने शातिर थे कि स्ट्राँग रूम का दरवाजा देखकर ही पता लगा लेते थे कि यह दरवाजा आसानी से कटेगा या नहीं। इस गैंग के लोग  चोरी करने के लिये बैंकों में इंट्री करने के लिये साइड से या फिर पीछे से प्रवेश करते थे। घटना को अंजाम देने के लिये दो या तीन दिन की छुटियों वाला समय ही चुनते थे। बैंक के अगल-बगल खाली जमीन हो ऐसे ही बैंकों को ही अपना निशाना बनाते थे। जिससे कि गैस कटर, सिलेंडर, या अन्य प्रयोग में लाने वाले उपकरण आसानी से ले जाये जा सकें।

लंबा चौड़ा है अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास

बैंक चोरी की घटना में शामिल अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा चौड़ा है। अभियुक्तों में कोई अंतरराष्ट्रीय वाहन चोर है तो कोई चोरों का सरदार। एक अभियुक्त केरल राज्य की मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक में भारी मात्रा में सोना चोरी और कानपुर की पीपीएन मार्केट में ज्वैलर्स की दुकान से सोना और डायमंड चोरी कर चुका है।

शहर के एक डॉक्टर सहित 11 अभियुक्त गिरफ्तार, दो की तलाश जारी

इस घटना में शामिल अभियुक्तों में एक डॉ0 को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि डॉ0 ने अपने अस्पताल में चोरी के एक अभियुक्त को मरीज बनाकर भर्ती किया और अपना हिस्सा भी लिया। डॉ0 से पुलिस ने उसके हिस्से का बाकायदा सोना (आभूषण) उसके पास से बरामद किया है।
घटना में शामिल कानपुर शहर निवासी कई अभियुक्तों समेत कन्नौज, पश्चिम बंगाल, झारखंड, आदि से अभियुक्तों को माल समेत पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जो घटना को अंजाम देने के बाद नकदी और माल का बंटवारा कर अपनी अपनी जगह चले गये थे। घटना में शामिल पश्चिम बंगाल और झारखंड निवासी दो अभियुक्त फरार हैं जिनकी तलाश जारी है।

सर्वोत्तम तिवारी की रिपोर्ट 


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