जीडीए बोर्ड की 105वीं बैठक सम्पन्न
300 करोड़ रूपये से होंगे विकास के कार्य,
2 एंव 3 बीएचके के बनेंगे 192 फ्लैट
अवधनामा ब्यूरो
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गोरखपुर । मण्डलायुक्त/अध्यक्ष जीडीए अनिल कुमार की अध्यक्षता में गोरखपुर विकास प्राधिकरण की 105वीं बैठक जीडीए सभागार में सम्पन्न हुई जिसमें 300 करोड़ रूपये से विकास कार्य कराये जाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। बैठक में मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने जीडीए के अभियंत्रण विभाग की निष्क्रियता पर असंतोष व्यक्त कर नाराजगी जताई और निर्देशित किया कि प्राधिकरण रेग्यूलेटरी अथार्टी की भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने शहर के विकास एंव सफाई के लिए नगरनिगम एंव जीडीए के बीच एक समन्वय सेल बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण अपनी जिम्मेदारी नगरनिगम पर एंव नगरनिगम अपनी जिम्मेदारी प्राधिकरण पर न डाले।
बैठक में विचार विमर्श के बाद यह निर्णय हुआ कि सर्किट हाउस एंव नया सवेरा के बीच स्थित भूमि को 10 करोड़ की लागत से नुमाईश ग्राउंड का रूप दिया जायेगा, जहां अन्य आयोजनों के साथ साथ महोत्सव एंव मनोरंजन से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन होगा। यह भी निर्णय लिया गया कि पैडलेगंज एंव चम्पा देवी पार्क के मध्य में रामनगर हाइट्स बनेगा जिसकी अनुमानित लागत 35-40 करोड़ रूपये होगी इसमें सर्विस अपार्टमेन्ट एंव एससे संबंधित व्यवसायिक सुविधाएं दी जायेगी।
बैठक में लेक व्यू विस्तार योजना की मल्टीप्लेक्स हेतु आरक्षित भूमि पर (जो तारामंडल के बगल में स्थित है) (ै़8) अर्थात 2 एवं 3 बी.एच.के. के फ्लैट बनाये जाने का निर्णय लिया गया जिनकी अनुमानित कीमत 28 से 32 लाख रूपये होगी। रामगढ़ताल परियोजना के अन्तर्गत सर्किट हाउस के निकट पार्क का निर्माण एंव सौन्द्रीयकरण कराये जाने के संबंध में भी प्रस्ताव पारित किया गया। जीडीए द्वारा 19 हार्सपावर के 2 अदद तथा 6.5 हार्सपावर के 4 अदद पम्पिंग सेट क्रय किये जाने का प्रस्ताव पारित हुआ। जीडीए कार्यालय हेतु 125 के.वी.ए. जनरेटर क्रय करने के संबंध में भी प्रस्ताव पारित हुआ।
बैठक के अन्त में मण्डलायुक्त अनिल कुमार ने निर्देश दिये कि प्राधिकरण का 15 दिनों के अन्दर आनलाइन पेमेन्ट जारी करेगा। नगर आयुक्त एंव उपाध्यक्ष जीडीए मिलकर इस गर्मी के मौसम में महानगर में सचल वाहन के माध्यम से स्वच्छ, ठंडा एंव अति सस्ता पेयजल की व्यवस्था करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि पार्किंग के लिए जिन स्थानों को चिन्हित किया गया है उसका उपयोग किसी अन्य कार्य में हो रहा हो तो उसे तत्काल खाली करा लिया जाये ओर संबंधित के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज किया जाये। उन्होंने कम्पलीशन सर्टिफिकेट न देने वाले बिल्डरों पर उनकी सम्पत्ति के रजिस्ट्री से पूर्व नैतिक दबाव बनाकर सर्टिफिकेट प्राप्त करने का निर्देश दिया।
बैठक का संचालन मुख्य अभियंता एस.के. सिंह ने किया जिसमें जिलाधिकारी राजीव रौतेला, उपाध्यक्ष जीडीए ओ.एन. सिंह, सचिव महेन्द्र कुमार मिश्र, नगर आयुक्त बी.एन. सिंह, उप निदेशक सूचना नवल कान्त तिवारी, अपर निदेशक वित्त अतुल कुमार श्रीवास्तव आदि ने अपने अपने सुझाव व्यक्त किये।