महराजगंज। पत्नी की हत्या के आरोप में गाजियाबाद की डासना जेल में बंद अमनमणि त्रिपाठी को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है। अमन पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र हैं जो हत्या के मामले में गोरखपुर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे है।
अमनमणि को पत्नी सारा की हत्या करने और सबूत मिटाने के आरोप में सीबीआई ने फरवरी में गिरफ्तार किया था। अमनमणि ने चुनाव से पहले जमानत याचिका दी थी लेकिन हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था।
इस विधानसभा चुनाव में अमनमणि त्रिपाठी को समाजवादी पार्टी ने नौतनवां सीट से चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन पारिवारिक विवाद के बाद अखिलेश यादव के हाथ में पार्टी की बागडोर आते ही उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। सपा ने अमनमणि की जगह कुँवर कौशल सिंह उर्फ मुन्ना सिंह को उम्मीदवार बनाया । इससे नाराज होकर अमनमणि निर्दलीय चुनाव मैदान में आ गए थे।
अमनमणि ने पत्नी की हत्या को हादसा बताया था। अमनमणि ने दावा किया था कि दिल्ली जाते वक्त रास्ते में उसकी कार हादसे का शिकार हो गई जिसमें पत्नी सारा की मौत हो गई। हालांकि सीबीआई जांच में खुलासा हुआ कि अमनमणि ने खुद पत्नी का गला दबाकर हत्या की और फिर लाश को गाड़ी में रखकर हादसा दिखाने की कोशिश की।