न्यायमूर्ति सुरेन्द्र विक्रम सिंह सेना कोर्ट लखनऊ में न्यायिक सदस्य नियुक्त
ए.ऍफ़ टी.बार के लम्बे संघर्ष के बाद सेना कोर्ट लखनऊ में न्यायमूर्ति सुरेन्द्र विक्रम सिंह नियुक्त हुए न्यायिक सदस्य: विजय कुमार पाण्डेय
जैसा कि विदित है ए.ऍफ़.टी. बार एसोसिएशन, लखनऊ के पूर्व-जनरल सेक्रेटरी एवं वरिष्ठ स्थायी-अधिवक्ता डी.एस.तिवारी ने अध्यक्ष कर्नल अशोक कुमार के निर्देश पर 20 सितम्बर, 2016 को मुख्य-न्यायधीश, उच्चतम-न्यायलय के समक्ष एक जनहित याचिका लेटर-पेटीशन के माध्यम दायर करते हुए मांग की थी कि लखनऊ सहित देश के सभी सशत्र-बल अधिकरणों में न्यायिक एवं प्रशासनिक सदस्यों की नियुक्ति की जाय उनके संघर्षों का प्रतिफल यह हुआ कि भारत सरकार ने न्यायमूर्ति सुरेन्द्र विक्रम सिंह राठौर को लखनऊ सेना कोर्ट में न्यायिक सदस्य नियुक्त किए गए जो 18 जुलाई से अपना कार्यभार सम्भालेंगे और सेना कोर्ट के विभागाध्यक्ष न्यायमूर्ति डी.पी.सिंह उनको शपथ दिलायेंगें l ए.ऍफ़.टी. बार लखनऊ जिस संघर्ष को प्रारम्भ किया था आज उसका परिणाम सामने हैं l न्यायमूर्ति सुरेन्द्र विक्रम सिंह राठौर का जन्म 15 अगस्त 1954 को हुआ था उन्होंने 5 सितम्बर 2011 से 15 अगस्त 2016 तक माननीय उच्च-न्यायलय इलाहबाद, खण्ड-पीठ लखनऊ में न्यायमूर्ति के रूप में देश की सेवा की अब भारत सरकार ने अब उनको सैनिको की सेवा के उपयुक्त मानते हुए सेना कोर्ट में नियुक्त किया है.न्यायमूर्ति सुरेन्द्र विक्रम सिंह राठौर का सम्पूर्ण जीवन साधारण से असाधारण बनने का एक क्रमिक सोपान के रूप में रहा है वे न्यायिक सदस्य के रूप में सैनिकों की राशन मनी सम्बन्धी विवाद, जनरल कोर्ट मार्शल, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट मार्शल समरी जनरल कोर्ट मार्शल, मेडिकल सुविधा सम्बधी मामले एवं सेना के समायोजन सम्बन्धी वाद को निस्तारित करेंगे.
बार के जनरल सेक्रेटरी विजय कुमार ने बताया कि न्यायमूर्ति सुरेन्द्र विक्रम सिंह राठौर की नियुक्ति हमारी बार के लिए गर्व विषय है क्योंकि राठौर जी की सकारात्मक एवं रचनात्मक न्यायिक क्षमता का लाभ सेना के पीड़ित लोगों को मिलेगा और न्यायिक तीव्रता से त्वरित न्याय को सम्भव बनाने में मदद मिलेगी क्योंकि लम्बे अर्से से सेना कोर्ट लखनऊ काफी दबाव में कार्य कर रही थी क्योकि एक ही न्यायिक सदस्य होने के कारण बेंच पर अतिरिक्त भार था लेकिन बार के पूर्व अध्यक्ष और जनरल सेक्रेटरी कर्नल अशोक कुमार और डी.एस.तिवारी के लम्बे और अनथक संघर्ष के बाद आज सेना कोर्ट को गौरवान्वित होने का अवसर प्राप्त हुआ है और हमारी पूरी बार राठौर जी के स्वागत और सम्मान में किसी प्रकार की कमी नहीं करेगी उनके कार्य करने के प्रथम दिन हमारी पूरी बार उनके स्वागत में रहेगी और बार-बेंच के सम्बन्धों को मजबूत बनाने में आगे रहेगी जिससे सेना के परेशान सैनिको को अधिकाधिक लाभ पहुंचाया जा सके. बार के पूर्व जनरल सेक्रेटरी डी.एस.तिवारी ने कहा कि न्यायमूर्ति की नियुक्ति से पूरी बार में उत्सव जैसा वातावरण है क्योकि लम्बे समय के बाद बेंच को न्यायिक सदस्य नियुक्त कराने में सफलता मिली है सरकार ने हमारी मांग पर विचार किया यह मेरे लिए गर्व का विषय है, संयुक्त-सचिव पंकज कुमार शुक्ला ने कहा कि राठौर जी की नियुक्ति सैनिको के निर्णयों पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाला है l